देहरादून। मानदेय 18 हजार करने की मांग को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर जल्द ही मांगों पर कार्यवाही करने की बात कही।
शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से वार्ता की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बताया कि मांगों के निस्तारण के कार्यकर्ता करीब दो महीने से सड़कों पर है। बावजूद इसके प्रदेश सरकार की ओर से संज्ञान नही लिया जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल को सकारात्मक आश्वासन देते हुए राज्यपाल ने मांगों के संबध में जल्द ही सीएम से वार्ता की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने बताया कि राज्यपाल ने महिला सशक्तिकरण बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य के कार्यकर्ताओं के बयान पर कहा कि महिला होते हुए उन्हें इस तरह का बयान नही देना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में मीनाक्षी रावत, सुमति थपलियाल, सोनी आदि मौजूद रही।
राज्य मंत्री के बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
महिला सशक्तिकरण बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बर्खास्त करने की चेतावनी वाले बयान को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने निंदनीय बताया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक महिला होने के नाते राज्यमंत्री को इस तरह के बयान शोभा नही देते। प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि राज्य मंत्री का बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। बेहतर होता कि वह महिलाओं के दर्द को समझकर मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही करते। राज्य मंत्री रेखा आर्य के बयान से कार्यकर्ताओं में रोष है।
49 वें दिन धरना जारी रहा
मानदेय वृद्धि सहित 9 सूत्रीय मांगों को लेकर कार्यकर्ताओ ने धरना स्थल पर क्रमिक अनशन जारी रखा। संगठन महामंत्री सुमति थपलियाल ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ही केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारती है। लेकिन मेहनत का श्रेय सीएम, पीएम, मंत्री आदि लोगों को दिया जाता है। लेकिन जब कार्यकर्ता अपनी मांगों के लिए सड़कों पर उतरते है तो उनको धमकाया जाता है। इस दौरान राजबाला और ज्योति का आमरण अनशन पर डटे रहे।