देहरादून। मानदेय बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर राज्य सरकार सख्त हो गई है। कई जिलों में काम पर नहीं लौटने की स्थिति में इनकी सेवाएं खत्म करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बीते डेढ़ माह से हड़ताल पर हैं। इससे पोषण अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के साथ पल्स पोलियो अभियान जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सरकार से कई दौर की वार्ता के बाद भी हड़ताल खत्म नहीं हुई है। ऐसे में निदेशालय से सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को काम पर न लौटने पर इनकी सेवा समाप्त करने के मौखिक निर्देश दे दिए गए हैं। टिहरी और पौड़ी में हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवा समाप्त किए जाने की चेतावनी दे दी गई है। निदेशक झरना कमठान ने बताया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिलाधिकारी के जरिये इस मामले में अंतिम कार्रवाई करेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं हैं। इसलिए इस हड़ताल के पीछे राजनीति अधिक नजर आ रही है। सरकार इनके हितों पर आंच नहीं आने देना चाहती है, लेकिन मजबूरी होगी तो कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। उम्मीद है कि कर्मचारी काम पर जल्द लौटेंगी।
रेखा आर्य, महिला सशक्तिकरण बाल विकास राज्य मंत्री