देहरादून। गलवन घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद से लेह व लद्दाख की हर गतिविधि पर पूरे देश की नजर है। सभी लेह-लद्दाख के दुर्गम पर्वतीय इलाकों में सेना और आइटीबीपी के जज्बे को सलाम भी कर रहे हैं। ऐसे ही जाबांज सैनिक और अधिकारियों की फेहरिस्त में उत्तराखंड कैडर के आइपीएस दीपम सेठ का नाम भी राज्य के लोगों को गौरवान्वित कर रहा है। दीपम सेठ इस समय लेह में आइटीबीपी के आइजी के रूप में तैनात हैं।
मूलरूप से शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले दीपम सेठ 1995 बैच के आइपीएस अफसर हैं। अविभाजित उत्तर प्रदेश में वह एएसपी गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर रहने के साथ एसपी सिटी आगरा की कमान भी संभाल चुके हैं। वर्ष 2000 में अलग राज्य बनने के बाद उन्हें उत्तराखंड का कैडर मिल गया।
इसके बाद से वह एसएसपी नैनीताल से लेकर अपर सचिव गृह, आइजी पीएसी, आइजी लॉ एंड ऑर्डर समेत कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं। पिछले साल वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए और उन्हें आइटीबीपी चंडीगढ़ में आइजी की जिम्मेदारी दी गई। गत दिनों गलवन घाटी में चीनी सैनिकों से हुए संघर्ष में 20 वीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। इसके बाद लेह-लद्दाख में आइटीबीपी की टुकड़ी को भी तैनात कर दिया गया।
दरअसल, आइटीबीपी को हिमालय के उन दुर्गम इलाकों में सेवा का अनुभव है, जहां आम लोगों के लिए एक पल भी जिंदा रहना मुश्किल है। आइटीबीपी की उसी टुकड़ी को आइजी दीपम सेठ लीड कर रहे हैं।