उत्तराखंड अटल आयुष्मान योजना में अब गोल्डन कार्ड धारकों का किडनी प्रत्यारोपण (ट्रांसप्लांट) और इलाज निशुल्क किया जाएगा। एक नवंबर से गोल्डन कार्ड पर सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने इसकी मंजूरी देने के साथ इलाज की दरें भी तय कर दी है। इससे किडनी रोगियों को देश भर में 22 हजार से अधिक सूचीबद्ध अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश सरकार ने राज्य अटल आयुष्मान योजना में सभी 23 लाख से अधिक परिवारों को शामिल किया है। जिसमें प्रत्येक परिवार को पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा है। प्रदेश के सभी लोगों को इस सुविधा को देने में उत्तराखंड देश का पहला राज्य है। राज्य अटल आयुष्मान योजना के तहत सभी गोल्डन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी से जोड़ा गया है। योजना में 1600 से अधिक बीमारियों के इलाज की पैकेज की दरें तय हैं लेकिन अभी तक किडनी प्रत्यारोपण का इलाज इसमें शामिल नहीं था।
अब सरकार ने गोल्डन कार्ड पर किडनी प्रत्यारोपण के इलाज की सुविधा देकर मरीजों को बड़ी राहत दी है। एक नवंबर से योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों में किडनी रोगियों को गोल्डन कार्ड पर मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना के तहत 44 लाख लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। जिसमें 3.5 लाख लाभार्थियों ने विभिन्न बीमारियों का इलाज किया है। जिस पर सरकार ने 496 करोड़ की राशि व्यय की है।
आयुष्मान योजना में किडनी प्रत्यारोपण इलाज की दरें राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने तय कर दी है। जिसमें किडनी की सर्जरी 2.15 लाख, इंडेक्शन चार्ज 40 हजार, इंटरवेशन एक्यूपमेंट रिजेक्शन 1.40 लाख, पोस्ट ट्रांसप्लांट इलाज का 1 से 3 माह तक 50 हजार, 3 से 6 माह तक 50 हजार, 6 से 12 माह तक 40 हजार धनराशि तय की गई है।
अटल आयुष्मान योजना में गोल्डन कार्ड धारकों को अब किडनी प्रत्यारोपण का इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। एक नवंबर से सभी अस्पतालों में किडनी प्रत्यारोपण के इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी।
– डीके कोटिया, अध्यक्ष राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण