देहरादून। देहरादून स्थित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज (आरआइएमसी) के शताब्दी समारोह में वायुसेना के जवानों ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर मौके पर मौजूद लोगों को रोमांच से भर दिया।
आरआइएमसी के शताब्दी समारोह के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों के साथ ही आरआइएमसी कैडेट ने वार मेमोरियल पर पुष्प अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी।
वायुसेना की टीम ने शानदार ड्रिल प्रस्तुत की
वहीं वायुसेना की टीम ने शानदार ड्रिल प्रस्तुत की। पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेनि) बीएस धनोवा ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने आरआइएमसी कैडेट के साथ ही पास आउट हो चुके छात्रों से बात की व अपने अनुभव साझा किए।
कालेज के कैडेट ने घुड़सवारी व पैराशूट जंपिंग में हैरतंगेज करतब दिखाए। रिमकोलियंस (पास आउट छात्र) व रिमकोस के बीच मैत्री क्रिकेट मैच भी खेला गया। इसके बाद संक्षिप्त मीट का आयोजन भी हुआ। इंटर सेक्शन बाक्सिंग के फाइनल मुकाबले में खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया।
इसके बाद आयोजित संगीत कार्यक्रम में कैडेट ने अपने जलवे बिखेरे। एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोहा। बता दें, आरआइएमसी अपनी स्थापना के 100 साल पूरे होने पर भव्य समारोह आयोजित कर रहा है।
रविवार को प्रदेश के राज्यपाल ले. जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शताब्दी समारोह का उद्घाटन किया था। तीन दिवसीय समारोह के दूसरे दिन भी कालेज में सुबह से देर रात तक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। शताब्दी समारोह का आज मंगलवार को समापन होगा।
तत्कालीन प्रिंस आफ वेल्स ने 13 मार्च 1922 को देहरादून में आरआइएमसी कालेज की स्थापना की थी। तब इसका नाम रायल इंडियन मिलिट्री कालेज रखा गया था। बाद में किंग एडवर्ड आरआइएमसी नाम से इस कालेज का उद्घाटन किया गया। शुरुआत में यहां भारतीय युवाओं को प्रशिक्षित कर ब्रिटिश भारतीय सेना के अधिकारी संवर्ग के भारतीयकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाता था।