देहरादून। कोरोना मरीजों से अधिक फीस वसूलना आरोग्य धाम अस्पताल को महंगा पड़ गया है। शहर कोतवाली पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी की शिकायत पर अस्पताल के प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस संबंध में कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि निजी चिकित्सालयों में कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार के लिए उत्तराखंड शासन के शासनादेश जारी कर शुल्क का निर्धारण किया था। पीड़ित मनमोहन अग्रवाल, ध्रुव कुमार उप्रेती, राकेश राणा, अंजू नेगी, धनेश्वरी थापा और वरूण कोहली ने अपने प्रार्थना पत्रों से मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत की कि उन्होंने कोरोना संक्रमित अपने स्वजनों को इलाज के लिए आरोग्यधाम अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोग्यधाम अस्पताल ने शासन के शासनादेश से अधिक की धनराशि उनसे धनराशि वसूल की।
इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी ने इस मामले में जांच कमेटी गठित कर चिकित्सा अधीक्षक, आरोग्यधाम अस्पताल को पत्र भेजकर कोविड उपचार के लिए उत्तराखंड शासन के शासनादेश से अधिक ली गई फीस को वापस करने के निर्देश दिए थे। पूछताछ में अस्पताल ने शासनादेश से अधिक धनराशि ली जानी स्वीकार की, लेकिन धनराशि वापस नहीं की। पीड़ितों को बार-बार अस्पताल में बुलाकर झूठा आश्वासन दिया कि धनराशि वापस लौटाई जाएगी, लेकिन अभी तक धनराशि नहीं लौटाई गई। चिकित्सा अधीक्षक, आरोग्यधाम अस्पताल को पत्र भेजकर 24 व 26 अगस्त को जांच दल के सदस्यों के सम्मुख अपना पक्ष रखने को कहा, लेकिन अस्पताल प्रबंधक की ओर से अपना पक्ष नहीं रखा गया।