कोरोना संकट काल में दून पुलिस हर प्रकार से मदद को आगे आ रही है। आमजन को आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने के साथ ही अब पुलिसकर्मी प्लाज्मा भी दान करने जा रहे हैं। सोमवार को पुलिस लाइन में आयोजित शिविर में प्लाज्मा दान करने के लिए 50 पुलिसकर्मियों ने सैंपल दिए।
एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि ऐसे व्यक्ति जो उक्त वायरस से संक्रमित हैं और उन्हें प्लाज्मा की जरूरत है, उनके लिए पुलिस हर प्रकार से सहयोग को तैयार है। पुलिस लाइन में एसएसपी ने शिविर की विधिवत शुरुआत की। इस दौरान नोडल अधिकारी कोविड-19 प्रकाश चंद्र, सहायक नोडल अधिकारी शेखर चंद्र सुयाल, क्षेत्रधिकारी सदर अनुज कुमार, क्षेत्रधिकारी यातायात उमेश पाल सिंह रावत, क्षेत्रधिकारी डालनवाला जूही मनराल, क्षेत्रधिकारी नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी समेत कई अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को सैंपल दिए। बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। पुलिस के जो अधिकारी-कर्मचारी प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हों, वे पुलिस लाइन में सैंपल दे सकते हैं।साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक नरेश सिंह राठौड़ ने एक कोरोना मरीज की जान बचाई। आइएमए ब्लड बैंक की ओर से कोविड कंट्रोल रूम को फोन कर प्लाज्मा की आवश्यकता बताई गई। जिस पर उप निरीक्षक नरेश सिंह राठौड़ मदद को आगे आए और प्लाज्मा दान किया। यह प्लाज्मा जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती मयंक नामक मरीज को दिया गया।चिकित्सक ने प्लाज्मा दान कर बाकी लोग के लिए भी मिसाल पेश की है।
अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल कौशिक पिछले साल अगस्त में कोरोना संक्रमित हुए थे। उसके बाद उनकी गर्भवती पत्नी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अब वह दोनों स्वस्थ हैं और उनका बेटा भी हो चुका है। कोरोना के जंग जीत डॉ. कौशिक फिर कोरोना के मरीजों के उपचार में जुटे हैं। सोमवार को उन्होंने अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लाज्मा दान किया। उनका कहना है कि संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, पर बहुत कम लोग प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आ रहे हैं। ऐसे में वह संदेश देना चाहते हैं सकारात्मक रहकर संक्रमण से लड़ें और दूसरों की जान बचाने में भी आगे आएं। उनका 33 दिन का बच्चा भी है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते वह लगभग एक हफ्ते से बच्चे के पास नहीं जा पाए हैं। अस्पताल में वह कोरोना संक्रमित कई बच्चों का उपचार और देखभाल कर रहे हैं।
बता दें कि डॉ. कौशिक ने आइसीयू में भर्ती एक बुजुर्ग के लिए प्लाज्मा दान किया है। ब्लड बैंक के चिकित्सक डॉ. नितेश और तकनीशियन सारथी जखमोला ने प्लाज्मा संबंधी पूरी प्रक्रिया पूरी की। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने भी इसकी सराहना की है।