देहरादून। सरकार में दायित्व की आस लगाए बैठे भाजपा नेताओं की यह साध पूरी हो सकती है। उन्हें इसी माह विभिन्न निगमों व प्राधिकरणों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के पदों पर नवाजने की तैयारी है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के शनिवार के दिल्ली दौरे को इससे जोड़कर भी देखा जा रहा है। माना जा रहा कि इस दौरान वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं के साथ विधानसभा चुनाव और दायित्व वितरण के संबंध में चर्चा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर विमर्श करेंगे।
प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संवैधानिक पदों और किसी अधिनियम के तहत दिए गए दायित्वों को छोड़कर त्रिवेंद्र सरकार में बांटे गए सभी दायित्व निरस्त कर दिए थे। कहा गया था कि जल्द ही दायित्व वितरण किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस सिलसिले में एक दौर की कसरत हो चुकी है। इस बारे में अभी भाजपा के केंद्रीय और प्रांतीय नेतृत्व से भी विमर्श किया जाना है। इस बात पर फैसला होना है कि मौजूदा परिस्थितियों और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए कितने दायित्व दिए जाएं।
दायित्व वितरण को ऐसा फार्मूला निकाला जा रहा है, जिससे कहीं कोई नाराजगी का सुर न उभरे। वरिष्ठ कार्यकत्र्ताओं को उनकी अपने-अपने क्षेत्रों में जनता में पकड़ समेत अन्य बिंदुओं की कसौटी पर परखने के बाद दायित्व दिए जाएंगे। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अनुसार दायित्व वितरण के सिलसिले में जल्द ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ पार्टी नेतृत्व की बैठक होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस माह तक दायित्व वितरण हो सकता है।