देहरादून में इस वर्ष अभी तक एक भी डेंगू का केस सामने नहीं आया है।इस से पूर्व के वर्ष की बात करें तो डेंगू ने इतना कोहराम मचाया था कि केंद्र से स्वास्थ्यकर्मियों की टीम को उत्तराखंड की राजधानी में आना पड़ा था पर इस वर्ष नगर निगम डेंगू को रोकने में कामयाब रहा इतना ही नहीं मुख़्यमंत्री से लेकर मंत्री विधायकों ने इसके लिये लोगो को जागरूक किया,हर रविवार 15 मिनट डेंगू पर वार नाम से मुख़्यमंत्री लोगो को जागरूक करते नजर आये,वहीं नगर निगम ने छिड़काव और सफाई अभियान चला कर इस पर काबू पाने में सफलता प्राप्त की औऱ इस वर्ष डेंगू का असर राजधानी में नहीं पड़ने दिया।
यह पहली बार है जब डेंगू का एक भी मामला अक्टूबर तक सामने ना आया हो। देहरादून नगर निगम इसे अपनी बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख रहा है।बताते चलें की इस बार डेंगू को लेकर निगम के सामने ज्यादा चुनौति थी क्योंकि एक ओर कोरोना का कहर लगातार जारी है। यही वजह है की निगम ने पूरे शहर में डेंगू सीज़न आने से पहले ही महाभियान चलाकर घर-घर जाकर डेंगू को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया साथ ही एक लाख से अधिक के चालान भी डेंगू लापरवाही पर काटे गये। खुद सरकार के मुखिया और मंत्रियों ने अभियान चाकर लोगों को जागरूक किया जिसका नतीजा सामने है कि जिस बिमारी पूर्व के सालो में लोगों की जान लेती थी इस वर्ष उस पर काबू पाया गया।
देहरादून नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय का कहना है की डेंगू को लेकर पूरे शहर में महाभियान चलाया गया था, निगम के द्धारा लोगों को जागरूक किया गया साथ ही डेंगू का लार्वा पाये जाने पर कई घरों के चालान भी किये गये और यही वजह रही की इसबार देहरादून में अक्टूबर तक एक भी डेंगू का मामला सामने नहीं आया है।