एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि साइबर अपराधी तरह-तरह से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इनमें कोई ओएलएक्स के माध्यम से सामान बेचने के नाम पर ठगी करता है तो कोई मदद के बहाने। इस तरह की छोटी से छोटी शिकायतों को भी साइबर थाने पर लेकर जांच की जा रही है।नतीजा यह है कि चार माह के भीतर साइबर थाने में ही 16 मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। 158 मुकदमे विभिन्न जांच के बाद प्रदेश के अलग-अलग थानों में दर्ज कराए गए हैं। 191 शिकायतों पर तकनीकी कार्रवाई के बाद अलग-अलग जिलों को भेजे गए हैं। साइबर थानों से संबंधित मुकदमों में राजस्थान से चार, बिहार से दो, दिल्ली से तीन, पश्चिमी बंगाल से एक, उत्तर प्रदेश से दो और उत्तराखंड से भी दो कुल 14 आरोपियों को पकड़ा गया है।
लोगों के 75 लाख रुपये कराए वापस
एसएसपी ने बताया कि अब तक कुल 145 मामले ऐसे आए हैं जिनमें लोगों की रकम वापस कराई गई है। यह कुल मिलाकर रकम करीब 75 लाख रुपये है। इनमें कुछ लोगों को सारी रकम और कुछ की आंशिक रकम वापस कराई गई है।बीमा पॉलिसी प्रीमियम धनराशि की आड़ में धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हल्द्वानी से गिरफ्तार किया है, जबकि उसका एक साथी फरार चल रहा है। पीड़ित व्यक्ति से ठगी गई रकम उसे लौटा दी।
धरासू थाना क्षेत्र के अंतर्गत हडियाड़ी गांव निवासी महिपाल परमार ने बीते दिनों पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी बीमा पॉलिसी की किश्त उत्तरकाशी जिला मुख्यालय स्थित एक बीमा कंपनी के कार्यालय में जमा होनी थी। इस बीच अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन कर उनके माध्यम से किश्त जमा करने पर छूट मिलने का लालच दिया, जिसके झांसे में आकर उन्होंने उक्त व्यक्ति द्वारा बताए गए टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 97 हजार 842 रुपये जमा करा दिए। जब उन्होंने बीमा कंपनी के कार्यालय फोन कर किश्त जमा होने की जानकारी मांगी तो उन्हें पता चला कि किश्त जमा ही नहीं हुई। पीड़ित की तहरीर पर धरासू थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
मामले में एसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर धरासू थाना पुलिस और एसओजी की टीम गठित की गई। टीम ने साइबर ठगी के मामले की पड़ताल कर नैनीताल, लालकुआं, हल्द्वानी आदि स्थानों पर अभियुक्त की गिरफ्तारी के दबिश दी। मामले में पुलिस ने आरोपी संदीप निवासी नया विकासनगर मोहाली पंजाब को हल्द्वानी के मुखानी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। यह ठग यहां अजय कुमार के फर्जी नाम से रह रहा था।
इसका साथी प्रदीप सिंह निवासी पंचकुला हरियाणा अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी से एक कार, तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप एवं कुछ फर्जी आईडी बरामद की है। पुलिस ने ठग से महिपाल परमार से ठगी गई धनराशि उन्हें लौटा दी। इस सफलता पर एसपी मिश्रा ने टीम में शामिल एसआई समीप पांडेय, कांस्टेबल डब्बल सिंह चौहान तथा एसओजी के ओसाफ खान एवं सुनील राणा को दो हजार के इनाम की घोषणा की है।