उत्तराखंडः पिथौरागढ़ के आसपास की चोटियों में हुई बर्फबारी, नैनीताल में कई मकानों में गिरी बिजली

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बर्फ से ढकी पिथौरागढ़ की वादियांदेहरादून। शुक्रवार को राजधानी देहरादून में बादल छाए रहे। जिससे तापमान में काफी गिरावट आ गई है। वहीं आज पिथौरागढ़ शहर के आसपास की चोटियों में भी हिमपात हुआ है।
मौसम विभाग ने भी आज बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। पिथौरागढ़ शहर की आसपास की चोटियों में भी हिमपात हुआ है। मुनस्यारी क्षेत्र में भी भारी हिमपात की सूचना है। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

नैनीताल, अल्मोड़ा, रुद्रपुर, चमोली, विकासनगर, हरिद्वार में धूप खिली है। डीडीहाट सहित अधिकतर इलाकों में बादल छाए हुए हैं। ऋषिकेश में हल्के बादल छाए हैं। यहां ठंडी हवाओं का कहर जारी है। उत्तरकाशी में बारिश और बर्फबारी के बाद आज गुनगुनी धूप निकली है। यहां गंगोत्री और यमुनोत्री क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके बर्फबारी से लकदक हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्ग पर सुबह से वाहनों की आवाजाही सुचारू है।

रुद्रपयाग से केदारनाथ तक मौसम खराब है। बारिश और बर्फबारी की संभावना है। चमोली जिले में धूप खिली है, लेकिन यहां घाटियों में कोहरा छाया है। जिला कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मुक्तेश्वर में भी हल्का हिमपात हुआ है।

नैनीताल में कई मकानों पर गिरी आकाशीय बिजली

वहीं गुरुवार को शाम करीब सात बजे नैनीताल के पुराना बिंदुखत्ता में कई घरों पर आकाशीय बिजली गिर गई। जिससे कई आवासीय घरों की छत, दीवार, विद्युत मीटर, टीवी, पंखों को नुकसान पहुंचा है। उक्त संबंध में स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से पीड़ित परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई करने का निवेदन किया है।

जिलाधिकारी ने निर्धारित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश दिए
गुरुवार की तरह शुक्रवार को भी देहरादून में बादल छाए रहे। बढ़ती ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने निर्धारित स्थानों पर अलाव की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के माध्यम से अलाव के लिए जरूरी लकड़ियों का प्रबंध करने को कहा है।

जिलाधिकारी ने बेघरों और फुटपाथ पर सोने वालों को रैन बसेरों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधीनस्थों को इस व्यवस्था पर लगातार नजर बनाए रखने को भी कहा है। ताकि, शहर में किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो। उन्होंने नगर निगम और तहसील प्रशासन को रात में भी फुटपाथों का भ्रमण करने के निर्देश दिए, ताकि यहां सोने वाले लोगों को रैन बसेरे में भेजना सुनिश्चित कराया जा सके।

गुरुवार को दिनभर मौसम खराब रहा
गुरुवार को दिनभर मौसम खराब रहा और नौटी, नंदासैंण, बेनीताल, चैरासैंण, छांतेश्वर सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी और बारिश हुई। कई पर्यटक बीच बर्फबारी के कारण गंतव्य तक नहीं पहुंच सके।
देवाल क्षेत्र में बुधवार की रात से हो रही लगातार बारिश व बर्फबारी से रूपकुंड, वेदनी, बगजी व आली बुग्याल, भींकलताल, ब्रह्मताल और बर्फ से ढक गए हैं।

बर्फबारी से भींकलताल व ब्रह्मताल जाने वाले पर्यटक लोहाजंग से आगे नहीं बढ़ पाए। लोहाजंग, वांण, कुलिंग, दीदना, घेस, पिनाऊ, बांक में भी बर्फबारी हुई। पूरा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में है। दिल्ली, हैदराबाद, बंगलूरू आदि शहरों से पहुंचे पर्यटकों को भींकलताल व ब्रह्मताल जाना था, लेकिन लगातार बर्फबारी से पर्यटक लोहाजंग से आगे नहीं बढ़ पाए।

उत्तराखंड के चारों धामों में बर्फबारी
गुरुवार को चमोली जिले में लगातार तीसरे दिन भी बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, नंदा घुंघटी के साथ ही माणा और नीती घाटी में जमकर बर्फबारी हुई। बर्फबारी से जोशीमठ-औली, जोशीमठ-मलारी और गोपेश्वर-मंडल-ऊखीमठ मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। बदरीनाथ धाम में करीब पांच इंच और हेमकुंड साहिब में एक फीट तक ताजी बर्फ जम गई है।

उत्तरकाशी जिले में दोपहर बाद यमुनोत्री, गंगोत्री धाम सहित हर्षिल, मुखबा, धराली, सुक्की, खरसाली व हरकीदून वैली में बर्फबारी और निचली घाटियों में रिमझिम बारिश हुई, जिससे जिले में ठंड बढ़ गई है। रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ समेत मद्महेश्वर, तुंगनाथ और चोपता समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई।

केदारनाथ में रुक-रुककर पूरे दिन बर्फबारी जारी रही। शाम तक यहां आठ इंच नई बर्फ जम चुकी थी। धाम में पहले से ही पांच फीट से अधिक बर्फ है। तापमान अधिकतम चार और न्यूनतम माइनस 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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