देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो 23 अप्रैल से काम करना शुरू कर देगा। यह कंट्रोल रूम सरकार के साथ सामंजस्य बनाकर कोरोना महामारी से निबटने में अपनी सहभागिता निभाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा मंगलवार को राज्यों के विस अध्यक्षों और विधान परिषदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दिए गए निर्देशों के क्रम में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने यह फैसला लिया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्षों और विधान परिषद के सभापतियों से राज्यों में कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न स्थिति, लॉकडाउन के दरम्यान विधायिकाओं के क्रियाकलाप, विधायिकाओं के इस साल होने वाले कार्यक्रमों, सीपीए जोन-चार के कार्यक्रम और अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के संबंध में चर्चा की। इसमें शामिल हुए उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के अनुसार लोस अध्यक्ष ने कहा कि विधायी कार्य महत्वपूर्ण हैं। लॉकडाउन में वीसी के जरिये विमर्श होना चाहिए। विधानसभा की समितियों की बैठक भी वीसी के माध्यम से कराने का भी सुझाव दिया।
कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए लोस अध्यक्ष ने इससे निबटने के लिए सभी को दृढ़ता से कार्य करना होगा। साथ ही राज्यों की विधानसभाओं में इसके दृष्टिगत कंट्रोल रूम स्थापित करने को कहा। कहा कि इससे सभी राज्य आपस में सामंजस्य और लोकसभा से संपर्क कर कोरोना से जंग लड़ने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। लोस अध्यक्ष ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने का आग्रह भी किया।
विस अध्यक्ष अग्रवाल के अनुसार उन्होंने राज्य में कोरोना संक्रमण और इससे निबटने को उठाए गए कदमों के साथ ही लॉकडाउन में राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सीएम राहत कोष व पीएम केयर फंड में दी गई सहायता राशि का उल्लेख भी किया। उन्होंने बताया कि विस में 23 अप्रैल से कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया जाएगा।