उत्तराखंडः 62 रिपोर्ट निगेटिव, 12 आइसोलेशन में भर्ती, 90 क्वारंटाइन

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देहरादून। उत्तराखंड में 63 और सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है। इनमें 62 मामलों में जांच रिपोर्ट निगेटिव, जबकि एक सैंपल की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। जिस मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है वह कोटद्वार के दुगड्डा ब्लॉक का रहने वाला है। जो कुछ दिन पहले ही स्पेन से वापस लौटा था।

इसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पांच हो गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश से अब तक 283 सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। इनमें 248 मामलों में जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। जिसमें 243 निगेटिव व पांच की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। वहीं 35 सैंपलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

इधर, बुधवार को 34 सैंपल एकत्र कर कोरोना जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें सबसे अधिक 16 सैंपल ऋषिकेश स्थित एम्स से लिए गए हैं। जबकि हल्द्वानी मेडिकल कालेज व सिविल अस्पताल रुड़की से चार-चार, दून मेडिकल कालेज व नैनीताल स्थित मोतीनगर अस्पताल से तीन-तीन और श्री महंत इंदिरेश अस्पताल, सीएचसी विकासनगर, कोहली अस्पताल देहरादून व मेला अस्पताल रुड़की से एक-एक सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। वर्तमान में चालीस संदिग्ध मरीज विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेशन में हैं। जबकि 1462 लोग होम क्वारेंटाइन में। कोरोना संत्मित व संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन बेड बढ़ाए जा रहे हैं।

दून मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर मेडिकल कालेज व हल्द्वानी मेडिकल कालेज में सिर्फ कोरोना संक्रमित/संदिग्ध मरीजों का उपचार करने की व्यवस्था की जा रही है। इन अस्पतालों से अन्य विभागों को दूसरे चिकित्सालयों में शिफ्ट किया जाएगा।

खुद सुरक्षित, परिवार को भी रखें सुरक्षित

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को खांसी, बुखार, गले में खराश व सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे। ताकि उन्हें क्वारंटाइन करने के साथ ही आवश्यक उपचार भी बताया जा सके।

किसी की ट्रेवल हिस्ट्री विदेश यात्र या उन राज्यों की है, जहां कोरोना पॉजीटिव केस आए हैं तो अनिवार्य रूप से हेल्पलाइन नंबर 104 या 0135-2609500 पर सूचना दे। ऐसा करने से वह स्वयं व अपने प्रियजनों की सुरक्षा कर सकता है। अन्यथा उनका भी जीवन संकट में पड़ जाएगा जिनके वे संपर्क में हैं।

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