प्रदेश में आने वाली आपदाओं के सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा की जाने वाली तैयारियों की जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक ने बताया कि उक्त विषय पर आपदा प्रबन्धन विभाग, आई0आई0टी0 रूड़की के सहयोग से राज्य में भूकम्प चेतावनी व्यवस्था का संचालन कर रहे हैं ऐसा करने वाला उत्तराखण्ड राज्य का एक मात्र राज्य है। इससे भूकम्प की स्थिति से समय से चेतावनी पहुँचा कर जीवन की क्षति को कम किया जा सकता है इसके अतिरिक्त जनपद नैनीताल मुक्तेश्वर में डॉप्लर रडॉर की स्थापना की जा चुकी है। शीघ्र ही एक अन्य डॉप्लर रडॉर राज्य में स्थापित किया जायेगा। इससे हमें बादल फटने की चेतावनी समय से मिल पायेगी। इसके अतिरिक्त मौसम सम्बन्धित चेतावनियों हेतु राज्य के 176 स्थानों में अत्याधुनिक उपकरण स्थापित किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि आपदा प्रबन्धन विभाग समय-समय पर Wadia, IIRS, IIT, CBRI आदि संस्थानों के वैज्ञानिकों से परामर्श एवं विभिन्न कार्यो हेतु उनका सहयोग लेते हैं। वर्तमान में वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान गंगोत्री ग्लेश्यिर की निगरानी कर रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा निश्चित ही समय-समय पर मौसम सम्बन्धित पूर्वानुमान व चेतावनियाँ उपलब्ध करवायी जाती हैं। जिसके आधार पर जन-समुदाय को सावधान किये जाने के साथ ही प्रशासन व प्रतिवादन बलों को तैयारी के उच्च स्तर पर रखा जाता है।
अतः उक्तानुसार आपदा प्रबन्धन विभाग विशेषज्ञों व अनुभवी लोगों को अपने साथ जोड़ते हुये अत्याधुनिक तकनीक अपना रहा है तथा इस हेतु योजनायें तैयार की जा रही हैं एवं जनमानस को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।