उत्तराखंड का एक और जवान शहीद ; खबर सुनते ही ध्याड़ी के मिरगांव में कोहराम

0
341

जवान दिनेश सिंह शनिवार को पाकिस्तान के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। शहीद दिनेश सिंह दो बहनों के बीच एकलौते भाई थे। 25 साल के दिनेश अविवाहित थे। उनकी दोनो बहनों की शादी हो चुकी है। एक बहन की कुछ समय पहले ही मौत हुई है। शहीद दिनेश के पिता गोधन सिंह गैड़ा भी भारतीय सेना में सेवा देकर अब सेवानिवृत्त हो गए हैं।

देहरादून : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्तराखंड का एक और लाल शहीद हो गया। अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक के मिरगांव (ध्याड़ी) के जांबाज ने आतंकियों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। दिनेश सिंह (25) के शहीद होने की खबर सुनते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। शहीद जवान का पार्थिव शरीर कल सोमवार को उत्तराखंड लाया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, जवान दिनेश सिंह शनिवार को पाकिस्तान के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए हैं। शहीद दिनेश सिंह दो बहनों के बीच एकलौते भाई थे। 25 साल के दिनेश अविवाहित थे। उनकी दोनो बहनों की शादी हो चुकी है। एक बहन की कुछ समय पहले ही मौत हुई है। शहीद दिनेश के पिता गोधन सिंह गैड़ा भी भारतीय सेना में सेवा देकर अब सेवानिवृत्त हो गए हैं।

जवान की शहादत पर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल,कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे, डीसीबी के पूर्व अध्यक्ष प्रशांत भैसोड़ा, पूर्व बीडीसी सदस्य मदन सिंह भैसोड़ा, भाजपा नेता सुभाष पांडे समेत कई लोगों ने शोक वक्त किया।

शुक्रवार को भी दो जवान हुए थे शहीद

दुर्भाग्यजक बात यह कि शुक्रवार देर रात को बारामुला के उड़ी और रामपुर सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन कर सेना की अग्रिम चौकियों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर भीषण गोलाबारी की। इसमें कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले के 21 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात गंगोलीहाट ब्लॉक के नाली गांव निवासी नायक शंकर सिंह (31) और मुनस्यारी ब्लॉक के नापड़ गांव निवासी गोकर्ण सिंह (41) पुत्र गंगा सिंह शहीद हो गए।

इस गोलाबारी में पिथौरागढ़ निवासी नायक प्रदीप कुमार और बागेश्वर जिला निवासी नारायण सिंह के घायल होने की सूचना है। दोनों जवानों के पार्थिव शरीर आज ही उत्तराखंड पहुंचे हैं।

LEAVE A REPLY