देहरादून। उत्तराखंड के पांच विश्वविद्यालय और 104 महाविद्यालय ई-ग्रंथालय से जुड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय से राज्य के शासकीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में ‘ई-ग्रंथालय’ का शुभारंभ किया। ई-ग्रन्थालय से लाइब्रेरी का मैनेजमेंट सिस्टम डिजिटल प्रारूप पर होगा। इससे शिक्षकों, विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षण कार्य में काफी सुगमता होगी। सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को एक पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। अगर किसी विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में कोई पुस्तक उपलब्ध न हो तो, इनके एक ही पोर्टल पर जुड़ने से ई-ग्रंथालय के माध्यम से विद्यार्थियों को सभी पुस्तकों के अध्ययन में सरलता रहेगी। ई-ग्रंथालय के माध्यम से विद्यार्थियों को 35 लाख पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे ढाई लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इससे जुड़ेंगे।
कृषि और बागवानी पर डाक्यूमेंट्री भी उपलब्ध हो
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस शिक्षा सत्र में विद्यार्थियों के लिए ई-ग्रंथालय बड़ी सौगात है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ई-ग्रंथालय के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के पिछले दस सालों का क्वेशन बैंक भी उपलब्ध कराया जाए, जिससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अच्छा आधार मिल सके। यह समय विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, बागवानी और अन्य क्षेत्रों की बच्चों को अच्छी जानकारी मिल सके, इसके लिए डोक्यूमेंट्री बनाई जाए। मैदानी जनपदों में लोगों को कृषि और बागवानी की अच्छी जानकारी होती है, लेकिन पर्वतीय जनपदों में हमें इस दिशा में विशेष ध्यान देना होगा। सीएम ने कहा, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई। इससे लोगों को कैसे अधिक से अधिक फायदा हो सकता है, इस पर भी और प्रयासों की जरूरत है।
तकनीक का अधिकतम उपयोग किया जाए
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस समय पूरा विश्व कोरोना संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। हमें समय की मांग के अनुसार तकनीक को बढ़ावा देना होगा। आधुनिक तकनीक के माध्यम से हम आपसी दूरियों को कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने कोविड के दौरान तकनीक के अधिक से अधिक उपयोग करने का सराहनीय प्रयास किया गया है। ई-ग्रंथालय के शुरू होने से विद्यार्थियों को समग्र जानकारियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में और क्या प्रयास हो सकते हैं, इसपर भी विचार करने की जरूरत है।
राज्य का प्रत्येक कॉलेज ई-ग्रंथालय से जुड़ा
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां प्रत्येक कॉलेज को ई-ग्रंथालय से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा और मार्गदर्शन में विश्वविद्यालयों के साथ ही महाविद्यालयों को ई-ग्रंथालय से जोड़ा गया है। यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि यूजीसी की रैंकिंग के अनुसार उत्तराखंड के चार संस्थानों ने टॉप-100 में स्थान पाया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए सभी महाविद्यालयों में प्राचार्य के पद भरे गए हैं। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में 92 प्रतिशत फैकल्टी हैं। प्रदेश में 877 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती निकाली गई, जिसमें से 527 असिस्टेंट प्रोफेसर ज्वाइन कर चुके हैं, शेष पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है। लॉकडाउन के दौरान विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों द्वारा ऑनलाइन शिक्षण का कार्य किया गया।
इसके काफी सकारात्मक परिणाम रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के आइटी सलाहकार रविंद्र दत्त, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा डॉ. आनंद बर्द्धन, सचिव आरके सुधांशु, अशोक कुमार, विनोद रतूड़ी, अपर सचिव उच्च शिक्षा डॉ. अहमद इकबाल, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. कुमकुम रौतेला और वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विश्वविद्यालयों के कुलपति और महाविद्यालयों के प्राचार्य जुड़े थे।