देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा ने पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश का कोई विकास नहीं किया है। यदि विकास किया होता तो फिर भाजपा को एक के बाद एक मुख्यमंत्री नहीं बदलने पड़ते। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह बात भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की इंटरनेट मीडिया में की गई पोस्ट के जवाब में कही।
इस पोस्ट में बलूनी ने लिखा था कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तुष्टिकरण की राजनीति करने के बजाय विकास के मसले पर सार्थक बहस करते तो अच्छा होता। रविवार को इस पोस्ट के जवाब में कांग्रेस महासचिव रावत ने दो पोस्ट लिखी। पहली पोस्ट में उन्होंने भाजपा मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी से विकास व रोजगार पर सवाल-जवाब करने की पेशकश की। शाम को दूसरी पोस्ट में उन्होंने बलूनी को प्यारा छोटा भाई संबोधित करते हुए प्रदेश की अर्थव्यवस्था, जनकल्याणकारी योजनाओं व रोजगार के मसले को उठाया।
उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उनकी सरकार ने मेरा गांव-मेरी सड़क योजना शुरू की। इससे दूरदराज के गांवों को सड़क से जोडऩे का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन भाजपा के कार्यकाल में यह योजना बंद कर दी गई। पर्यावरण संरक्षण के लिए मेरा पेड़-मेरा धन योजना शुरू की। यह योजना भी बंद कर दी गई। उन्होंने मंडुवा बोने देने व सरकारी खरीद मूल्य निर्धारण योजना बनाई, उसे भी बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जो जल नीति उनकी सरकार ने बनाई, उस पर भी कोई काम नहीं हुआ। उनके कार्यकाल में कई विकास योजना बनाई गई, जिन पर कार्य नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बताएं कि कौन-कौन सी विकास योजनाओं को तीनों सरकारों ने धरातल पर उतारा है।