देहरादून। कोरोना के कहर से परेशानहाल सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी, निजी और सहायताप्राप्त अशासकीय स्कूलों में 30 जून तक ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के निर्देश पर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। ग्रीष्मावकाश डे व बोर्डिंग सभी स्कूलों पर लागू होगा।
कोरोना की रफ्तार प्रदेश में थमने का नाम नहीं ले रही है। चिंताजनक ये है कि कोरोना नगरीय क्षेत्रों के साथ अब दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांव पसार चुका है। उच्च शिक्षा विभाग कोरोना की दूसरी लहर देखते हुए तय समय से पहले ग्रीष्मावकाश घोषित कर चुका है। अब शिक्षा विभाग ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने तकरीबन 24 दिन पहले ही शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम को ग्रीष्मावकाश घोषित करने के निर्देश दिए। शिक्षा सचिव ने शनिवार को इस संबंध में शिक्षा महानिदेशक, शिक्षा विभाग के तीनों निदेशकों, सभी जिलाधिकारियों, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के सचिव और सभी मुख्य शिक्षाधिकारियों के लिए आदेश जारी किया है।
शासनादेश में कहा गया कि कोरोना संक्रमण में लगातार वृद्धि को देखते हुए ग्रीष्मावकाश की अवधि बढ़ाई गई है। इससे पहले ग्रीष्मावकाश एक जून से लागू होता रहा है। इस बार यह शनिवार से लागू कर दिया गया है। शासन ने निजी स्कूलों के लिए आनलाइन माध्यम से पढ़ाई का विकल्प खुला रखा है। ये स्कूल सुविधानुसार आनलाइन कक्षाएं संचालित कर सकेंगे। यह व्यवस्था इसी सत्र के लिए लागू रहेगी।