देहरादून। प्रदेश के भ्रमण पर आये केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय संयुक्त सचिव अश्वनी कुमार, एवं राजवीर सिंह ने सोमवार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल द्वारा कृषि मंत्री से मुख्य रूप से राज्य को पीईक्यू सुविधा का ढांचागत अवसंरचना उपलब्ध कराये जाने की सम्भावनाओं पर चर्चा की गयी। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में आयातित पौधों को एक निश्चित अवधि तक ग्लास/पॉली हाऊस में परिरोध में विकसित किये जाने का प्राविधान है। पृथकवास में परिरोध से आयातित पौधों में रोगों की जानकारी मिल जाया करती है, जिससे आसन्न फसलों को किसी सम्भावित नुकसान से बचाया जा सकता है। संयुक्त सचिवगण ने इस दौरान राज्य को प्रस्ताव गठित करने का सुझाव देते हुए केन्द्र की ओर से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर राज्य में भी इसके लिए मानकानुसार 20 एकड भूमि की तलाश शुरू कर दी गई है, ताकि केन्द्र से इसकी स्थापना/निर्माण हेतु धनराशि उपलब्ध हो जाय। इस तरह का केन्द्र बन जाने से उत्तराखण्ड देश का अग्रणी एवं प्रथम राज्य होगा।
भेंट के दौरान राज्य के कृषि व कृषक कल्याण सचिव हरवंश सिंह चुघ, अपर सचिव व निदेशक, उद्यान राम विलास यादव एवं कृषि निदेशक, गौरीशंकर उपस्थित रहे।