देहरादून। उत्तराखंड और नेपाल के बीच पर्यटन सर्किट बनेगा। इसमें चार पर्यटक और धार्मिक स्थल नेपाल और चार उत्तराखंड के होंगे। इस सर्किट को पर्यटक चार दिन में घूम सकेंगे। नेपाल पर्यटन बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर धनंजय रेगमी और देहरादून के ट्रेवल एजेंसी संचालकों के बीच हुई बैठक में इस पर सहमति बन गई है।
माजरा स्थित एक होटल में दून ट्रेवल ऑनर्स एसोसिएशन के ट्रेवल एजेंसी संचालकों के साथ हुई बैठक में नेपाल पर्यटन बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर धनंजय रेगमी ने कहा कि नेपाल और उत्तराखंड में कई धार्मिक और पर्यटक स्थल हैं। अधिकांश लोगों को इन स्थलों का किताबी ज्ञान तो हैं, लेकिन भौतिक ज्ञान नहीं है। इसके लिए एजुकेशनल टूर बनाने की जरूरत है। इसके लिए नेपाल दोनों देशों के पर्यटक और धार्मिक स्थलों का सर्किट बनाने की पहल कर रहा है। बताया कि नेपाल ने इसमें शुल्का फांटा नेशनल पार्क, करनाली रीवर राफ्टिंग, नेपाल गंज और स्वर्गद्वारी मंदिर को रखा है। उन्होंने उत्तराखंड से भी इसमें चार पर्यटक और धार्मिक स्थल जोड़ने का अनुरोध किया। कहा कि इस सर्किट का टूर पैकेज चार दिन बनेगा, जिसमें पर्यटक दो दिन में उत्तराखंड और दो दिन नेपाल घूम सकेंगे। बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर पर्यटकों को आ रही परेशानियों को भी दूर किया जाएगा। नेपाल हर स्तर पर इसके लिए प्रयास कर रहा है। नेपाल स्थित भारतीय दूतावास से भी हम इसके लिए बात करेंगे। इस मौके पर दून ट्रेवल ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल, सचिव प्रवीन चावला, महासचिव राजेंद्र काला, कोषाध्यक्ष राकेश खंडूजा, प्रचार मंत्री इंद्रजीत सिंह, धीरज गोयल, दीपक भट्ट, भगवान सिंह पंवार, तेजपाल सिंह, रणजीत यादव, इमरान खान आदि मौजूद रहे।