पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने से प्रदेशभर में शनिवार को मौसम के करवट लेने की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी व बारिश मुश्किलें बढ़ा सकती हैं तो देहरादून व हरिद्वार समेत अन्य मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि व बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शनिवार को 2200 मीटर व इससे ज्यादा ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। इनमें गढ़वाल के पर्वतीय इलाकों के साथ ही कुमाऊं के पिथौरागढ़, बागेश्वर व अल्मोड़ा जिले के ऊंचाई वाले इलाके भी शामिल हैं। जबकि, इससे कम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
वहीं, देहरादून व हरिद्वार में ओलावृष्टि व बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। मौसम केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ शुक्रवार को जम्मू कश्मीर व हिमाचल के नजदीक पहुंचा है।
शनिवार को यह उत्तराखंड में प्रवेश करेगा। इससे मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेशभर में बादल छाए रहेंगे। रविवार को भी पर्वतीय इलाकों में विक्षोभ का हल्का प्रभाव रहने की संभावना है। सोमवार से मौसम सामान्य हो सकता है।
देहरादून में शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे तक कई इलाकों में कोहरा छाया रहा। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शिमला बाईपास, मोहनपुर व अन्य खुले इलाकों में भी कोहरा छाया रहा। जबकि, पटेलनगर, निरंजनपुर, मोथरोवाला व अन्य इलाकों में सुबह 9 से साढ़े नौ बजे तक कोहरा देखने को मिला।
बर्फबारी के कारण जमी पेयजल लाइनें
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण पेयजल लाइनें जम गईं हैं। ग्रामीण बर्फ पिघलाकर पानी का प्रबंध कर रहे हैं। साथ ही सीमा पर तैनात जवान भी बर्फ पिघलाकर प्यास बुझा रहे हैं।
निचले इलाकों में पाले ने बढ़ाईं मुश्किलें
निचले क्षेत्रों में लंबे समय से बारिश नहीं हुई है। इस कारण फसलें और बागवानी को काफी नुकसान हुआ है। रात में मौसम के साफ रहने से चंडाक, नैनीपातल, वड्डा, कनालीछीना और सतगढ़ में पाला पड़ रहा है। इसके बाद भी लोनिवि और बीआरओ पाला संभावित क्षेत्रों में चूने और नमक का छिड़काव नहीं कर रहे हैं। इस कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।