देहरादून। उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग भी सक्रिय हो गया है। इस कड़ी में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के क्रम में एक जनवरी 2022 की अर्हता तिथि के आधार पर राज्य में फोटोयुक्त विधानसभा मतदाता नामावली में सुधार के लिए नौ अगस्त से विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके तहत एक सितंबर से बीएलओ के माध्यम से मतदाता सूचियों का सत्यापन भी कराया जाएगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसए मुरुगेशन ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत नौ अगस्त से 31 अक्टूबर तक विधानसभा निर्वाचक नामावली में एक से अधिक प्रविष्टियों को हटाने के साथ ही तार्किक त्रुटियां दूर की जाएंगी। इसके अलावा मतदान केंद्रों के युक्तिकरण का कार्य किया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि एक सितंबर से 15 सितंबर तक मतदाता सूचियों का बीएलओ सत्यापन करेंगे। एक नवंबर को एकीकृत निर्वाचक नामावली का अनंतिम प्रकाशन होगा। इसके बाद 30 नवंबर तक दावे व आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी।
नामावली के पुनरीक्षण को 13 व 14 नवंबर और 27 व 28 नवंबर को विशेष अभियान चलेगा। 20 दिसंबर को दावों और आपत्तियों के निस्तारण के बाद पांच जनवरी 2022 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। मुरुगेशन ने यह भी बताया कि आयोग ने विधानसभा सॢवस निर्वाचक नामावली के अंतिम भाग की तैयारियों और प्रकाशन के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसके तहत एक नवंबर 2021 को निर्वाचक नामावली के अंतिम भाग के प्रारूप का प्रकाशन होगा। 30 नवंबर तक प्रपत्र प्राप्त कर इनके सत्यापन, स्कैनिंग आदि की कार्रवाई की जाएगी। 20 दिसंबर तक प्रपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया चलेगी। इसके बाद पांच जनवरी 2022 को मतदाता सूची के अंतिम भाग का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।