देहरादून। उत्तराखंड में तीसरे दिन यानी मंगलवार को भी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान जारी है। वहीं प्रदेश में दूसरे दिन कोविड टीकाकरण अभियान सफल रहा।
सोमवार को 34 बूथों पर 3037 हेल्थ वर्करों में से 1961 को वैक्सीन लगाई गई। 64.57 प्रतिशत हेल्थ वर्करों को वैक्सीन की खुराक दी गई। पहले दिन की तुलना में वैक्सीन लगवाने वाले हेल्थ वर्करों की संख्या कम रही।
केंद्र सरकार की ओर से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से 1.13 लाख कोविशील्ड वैक्सीन मिली हैं। पहले चरण में 50 हजार हेल्थ वर्करों को वैक्सीन की दो-दो खुराक दी जाएगी। हालांकि, प्रदेश में 87588 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जानी है।
सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी का कहना है कि टीकाकरण अभियान सुचारु रूप से चल रहा है। प्रदेश में अभी तक किसी भी बूथ से वैक्सीन लगाने से गंभीर प्रभाव की शिकायत नहीं मिली है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है।
चार केंद्रों में 247 को लगा कोरोना टीका
हरिद्वार जिले के चार केंद्रों में सोमवार को 247 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग नेेेे टीकाकरण के लिए 377 का डाटा कोविन पोर्टल अपलोड किया था। रुड़की में कोविन पोर्टल में तकनीकी समस्या और डुप्लीकेशन के चलते केवल 30 लोगों का ही टीकाकरण हो पाया।
जिले के चार केंद्रों पहले चरण का दूसरा कोविड टीकाकरण किया। ऋषिकुल आयुर्वेदिक अस्पताल स्थित वैक्सीनेशन सेंटर में सबसे अधिक 76 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया। इसके बाद सीएचसी नारसन में 72, पीएचसी रोशनाबाद में 69 और रुड़की में 30 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया गया।
रुड़की में एक नर्स, रोशनाबाद और ऋषिकुल में एक-एक आशा ने टीकाकारण के बाद असहज महसूस किया। कुछ देर बाद तीनों सामान्य हो गए। एसीएमओ और वैक्सीनेशन अभियान के नोडल डॉ. अजय कुमार ने बताया कि 377 लोगों को टीकाकरण होना था। लेकिन रुड़की में कोविड पोर्टल में तकनीकी समस्या आ गई थी। पहले से टीका लगा चुके 19 कर्मचारियों का डुप्लीकेशन हो गया था। वहीं पोर्टल में सर्वर की समस्या आ रही थी। इसलिए 30 ही लोगों को टीका लग पाया।