देहरादून। उत्तराखंड में रविवार को 73 नए मरीज मिले हैं, इन्हें मिलाकर संख्या 318 पहुंच गई। अकेले नैनीताल जिले में 32 और लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, एक रोज पहले देहरादून मेडिकल कॉलेज में मृत महिला की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इस तरह गंभीर बीमारी से जूझ रहे तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। हरिद्वार और नैनीताल में रविवार को महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से आने वाले मरीजों की पांच सौ ज्यादा जांच रिपोर्ट आ सकती हैं। श्रमिक एक्सप्रेस से पहुंचे इन लोगों में ज्यादातर को सैंपल लेकर संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है।
नैनीताल जिले में 32 और लोग कोरोना पॉजिटिव
नैनीताल में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है। रविवार को महाराष्ट्र से लौटे 65 और लोगों की रिपोर्ट आ चुकी है। इसमें 32 और लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि एक दिन पहले ही 350 लोगों में से 55 लोग एक साथ पॉजिटिव मिले थे। इन सभी को डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। इसी के साथ ही जिले में मरीजों की संख्या 110 हो चुकी है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि 21 मई को महाराष्ट्र से लौटे 106 और लोगों की रिपोर्ट आनी है।
शनिवार को रेकार्ड 92 नए पॉजिटिव केस मिले। अलसुबह से देर रात तक जिस तेजी से मरीजों का ग्राफ बढ़ा है उसने न केवल सरकारी सिस्टम, बल्कि आम आदमी को भी चिंता में डाल दिया है। उत्तराखंड में एक दिन पहले तक जहां संक्रमितों की संख्या 154 थी, वह अब बढ़कर 246 पहुंच गई है। यानि एक दिन में कोरोना के रिकॉर्ड 92 नए मामले आए हैं। इनमें सर्वाधिक 57 मामले जनपद नैनीताल से हैं। यही नहीं अभी तक कोरोना मुक्त रहे पिथौरागढ़, चंपावत व रूद्रप्रयाग में भी कोरोना की दस्तक हो चुकी है। यानि मैदान से लेकर पहाड़ तक कोरोना की चपेट में है। नए संक्रमितों में महाराष्ट्र से लौटने वाले प्रवासियों की संख्या सर्वाधिक है। अन्य मरीज दिल्ली, गुरुग्राम, राजस्थान आदि राज्यों से आए प्रवासी हैं।
कोरोना के लिहाज से हर दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। विभिन्न राज्यों से प्रवासियों की वापसी के बाद से यहां मामले कई गुणा रफ्तार से बढ़े हैं। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले एक पखवाड़े में ही कोरोना संक्रमण के 189 मामले सामने आ चुके हैं।