उत्तराखंड में आज से वैक्सीनेशन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू

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देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए अब वैक्सीन लगवाने के लिए बुजुर्गों की बारी आ गई है। तीसरे चरण में 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों और 45 से 59 आयु के किसी बीमारी से ग्रसित लोगों कोरोना वैक्सीन लगवाई जाएगी। प्रदेश में एक मार्च से कुछ बूथों पर ट्रायल के तौर पर तीसरा चरण शुरू किया जाएगा। चार मार्च को प्रदेश भर में तीसरे चरण के लिए टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जाएगा। इसके बाद सात मार्च से सभी चयनित बूथों पर वैक्सीन लगाई जाएगी। 

केंद्र सरकार की ओर से तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुसार तीसरे चरण में 60 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों और 45 से 59 आयु वर्ग के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं। इसके लिए केंद्र ने अलग से साफ्टवेयर तैयार किया है।

तीसरे चरण में पात्र लोगों का वैक्सीन लगवाने के लिए मौके पर पंजीकरण किया जाएगा। इसके लिए उन्हें ऐसी आईडी साथ में लानी होगी। जिसमें जन्म तिथि लिखी हो। आधार कार्ड के साथ ही मतदाता पहचान पत्र या अन्य आईडी से वैक्सीन लगाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश की कुल आबादी के आधार पर 60 साल से अधिक आयु और 45 से 59 आयु वर्ग के लोगों का अनुमानित संख्या का आकलन किया है। इस वर्ग के लोगों की संख्या प्रदेश में 20 लाख से अधिक हो सकती है। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी का कहना है कि तीसरे चरण के कोरोना टीकाकरण के लिए केंद्र की ओर से साफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एक मार्च को प्रदेश में तीसरे चरण का कुछ बूथ पर ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद चार मार्च को पूर्वाभ्यास करने के निर्देश केंद्र की ओर से दिए गए। सात मार्च से सभी चयनित बूथों पर वैक्सीन लगवाने की तैयारी चल रही है।

प्रदेश के सात जिलों में रविवार को 43 नए कोराना संक्रमित मिले हैं। इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 96992 हो गई है। इनमें से 93453 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। राहत की बात ये है कि कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। वहीं 11 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिला कर 93453 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 451 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.35 प्रतिशत है, जबकि संक्रमण दर लगभग चार प्रतिशत है। 

पांच राज्यों से आने वाले रेल यात्रियों की होगी कोरोना जांच
महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और केरल से देहरादून आने वाले रेल यात्रियों की नए सिरे से कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार, शासन, जिला प्रशासन व रेल प्रशासन की ओर से यह कदम उठाया गया है। इन राज्यों से आने वाले यात्रियों की विधिवत जांच के बाद ही स्टेशन से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी।

बता दें, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और केरल जैसे राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में उत्तराखंड सरकार, शासन, जिला प्रशासन के अलावा रेलवे ने एहतियाती कदम उठाए गए हैं।

मुख्य वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और केरल जैसे राज्यों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग के साथ ही जांच भी कराई जा रही है। इसके अलावा नई दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों पर भी पैनी नजर है। सभी यात्रियों की जांच के साथ ही उनके नाम पते दर्ज किए जा रहे हैं।

सिर्फ ओखा से आ रही उत्तरांचल एक्सप्रेस

स्टेशन अधीक्षक परिचालन सीताराम शंकर ने बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और केरल आने-जाने वाली ज्यादातर ट्रेनों का संचालन पहले से ही ठप हैं।

सिर्फ देहरादून से ओखा गुजरात के बीच संचालित उत्तरांचल एक्सप्रेस का संचालन सप्ताह में एक दिन (शनिवार) को हो रहा है। इसके अलावा देहरादून-बांद्रा एक्सप्रेस व देहरादून कोच्चिवेली एक्सप्रेस का संचालन देहरादून के बजाय ऋषिकेश से हो रहा है। ऐसे में इन राज्यों से आने वाले रेलयात्रियों की संख्या बेहद कम है।

 

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