देहरादून। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच फिलहाल उत्तराखंड के लिए राहत भरी खबर है। गुरुवार को प्रदेश में कोई नया मामला सामने नहीं आया है। राज्य में अब तक कोरोना के कुल 35 मामले सामने आए हैं, जिनमें से पांच स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
उत्तराखंड में कोरोना वायरस को लेकर शुरुआती दौर में स्थितियां काफी हद तक कंट्रोल में थी, लेकिन दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज और अन्य राज्यों से लौटे जमात के लोगों ने मुसीबतें बढ़ा दी। देखते ही देखते प्रदेश भर में कोरोना वायरस संक्रमण का ग्राफ बढ़ता चला गया और मरीजों का आंकड़ा 35 तक पहुंच गया।
प्रदेश में गुरुवार को 156 सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें 46 सैंपल की रिपोर्ट मिल चुकी हैं। ये सभी रोपोर्ट नेगेटिव आई हैं। आपको बता दें कि अब तक कुल 1531 सैंपल भेजे जा चुके हैं, जिनमें 1235 रिपोर्ट निगेटिव और 35 केस पॉजिटिव आए हैं। वहीं, 261 रिपोर्ट का अभी इंतजार हैं। इसके साथ ही पांच मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को प्रदेश में चार नए मामले सामने आए। हरिद्वार जिले के ज्वालापुर स्थित मोहल्ला पांवधोई निवासी एक युवक निजामुद्दीन मरकज से जुड़ा है। वह 28 मार्च को 40 दिन की जमात से घर लौटा था। एक अप्रैल को पुलिस ने उसे पिरान कलियर में क्वारंटाइन कराया था। चार मई को तबीयत खराब होने पर उसे रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, इस युवक के साथ ही जमात में शामिल रहे एक दूसरे युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। दूसरा युवक भी पांवधोई का ही निवासी है।
इसके साथ ही हल्द्वानी में एक जमाती और उसके संपर्क में आया युवक भी कोरोना संक्रमित हैं। ये दोनों ही हल्द्वानी के रहने वाले हैं।