देहरादून। कोरोना महामारी से जंग का महाअभियान शनिवार को पूरे देश के साथ ही उत्तराखंड में भी शुरू हो गया है। इस अभियान में भाग ले रहे स्वास्थ्य कर्मियों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।
राजधानी देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सबसे पहले वार्ड ब्वॉय शेलेंद्र को कोरोना का टीका लगा। इसके बाद उन्हें आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन में रखा गया। उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं है। एक बच्चा भी मामूली टीका लगा लेता है। कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। टीकाकरण जरूर करवाएं।
कोटद्वार के बेस अस्पताल में सबसे पहले चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रफीक अहमद को टीका लगाया गया। जिसके बाद वह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि टीके को लेकर कोई घबराने की बात नहीं हैं। सभी लोग टीकाकरण में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को उनके मोबाइल पर मैसेज आया। जिसके बाद वह शनिवार को केंद्र पर पहुंचे। कहा कि मुझे टीकाकरण के बाद कोई परेशानी नहीं हुई।
टिहरी जिला अस्पताल में सबसे पहले डॉक्टर राखी को वैक्सीन लगी। उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण के समय मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। हम सबको इस अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की जरूरत है। सभी से निवेदन किया कि वैक्सीन को लेकर चल रही अफवाहों पर ध्यान न दें।
चंपावत जिले के टनकपुर में टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के पर्यावरण मित्र दीपक को सबसे पहले टीका लगा। उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण से बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं हैं। सभी लोग यह टीका लगाएं। टीकाकरण के लिए केंद्र में समुचित व्यवस्था की गई है।
हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में शनिवार को सबसे पहले सुशीला तिवारी अस्पताल के एमएस डॉ. अरुण जोशी को टीका लगाया गया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर उनका अनुभव बहुत अच्छा रहा। टीकाकरण के लिए बहुत अच्छे इंतजाम किए गए हैं। यह टीका सुरक्षित है।