उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग का दावा है की उसके द्धारा तैयारियां युद्द स्तर पर की जा रही हैं और बहुत जल्द वैक्सीनेशन की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया जायेगा। उत्तराखंड में पौड़ी, हरिद्धार और अल्मोड़ा में स्टेट वैक्सिनेशन स्टोर बनाये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन को लेकर अपनी रिक्वायरमेंट केंद्र सरकार को भेजी थी, केंद्र की ओर से पहले चरण का सामान स्वास्थ्य विभाग को मिल भी रहा है। वहीं प्रदेश में वैक्सीन लगाने को लेकर पूरे प्रदेश में स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। कोरोना महामारी के बीच वैक्सीन आने की चर्चाओं से लोग राहत महसूस कर रहे हैं। लेकिन यह उत्तराखंड का सबसे बड़ा टीकाकरण होगा। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग का वैक्सिनेशन का सफर चुनौतियों भरा होगा। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग का दावा है की वह वैक्सीनेशन को लेकर पूरी तरह से तैयार है। वैक्सीन के स्टोरेज को लेकर केंद्र की ओर से डीप रेफ्रिजरेटर भी उत्तराखंड पहुंच गये हैं। कोरोना वैक्सीन आने पर पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जानी है। उत्तराखंड में 93 हज़ार हेल्थ वर्कर्स का डेटा तैयार किया गया है, जो भारत सरकार को भेजा जा चुका है। इसके साथ ही किस तरह से वैक्सीनेशन का कार्य किया जाना है इसको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग ने सभी ज़िलों को गाइडलाइन भेज दी हैं। उत्तराखंड स्वास्थ्य निदेशालय का कहना है की उसके द्धारा लगभग वैक्सिनेशन को लेकर तैयारियां पूरी कर दी गई हैं। वैक्सीन लगाने के बाद किसी को कोई दिक्कत होने पर कैसे उस व्यक्ति को इलाज दिया जाना है इसपर काम किया जा रहा है। कोरोना वैक्सिनेशन के नोडल अधिकारी डॉ. मार्तोलिया का कहना है की भारत सरकार की ओर से जब भी वैक्सीन के आने का इंतज़ार है। वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है।
स्वास्थ्य विभाग की माने तो वैक्सिनेशन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं और वैक्सीन के आने का इंतज़ार है। प्रदेश में वैक्सिनेशन को लेकर ट्रेनिंग पूरी हो गई हैं। इसके साथ ही लोगों को भी वैक्सीन के आने का इंतज़ार है। स्वास्थ्य विभाग की वैक्सीनेशन के लेकर जो दावे हैं वो कितने हक़ीक़त साबित हो सकेंगे ये स्थिति वैक्सीन आने के बाद साफ हो जायेगी।