उत्तराखंड में जल्द ही प्रत्येक ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जाएगा। साथ ही हर ग्राम पंचायत में ओपन जिम भी शुरू किया जाएगा, जिससे जिम करने वाले युवकों को ग्राम पंचायत से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर पंचायतीराज विभाग को यह निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उनकी जिम्मेदारियां भी गिनाईं।
लोक योजना अभियान के तहत गढ़वाल मंडल के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों और पंचायतीराज कार्मिकों की एक दिवसीय राज्य स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सोमवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान पंचायतीराज मंत्री अरविंद पांडेय और रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में पंचायतीराज विभाग व अन्य रेखीय विभागों के विशेषज्ञों ने समस्त प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान त्रिस्तरीय पंचायतों में आवश्यकतानुसार प्लान बनाकर अपलोड किए जाने के संबंध में सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। जिससे पंचायतों को मिलने वाले अनुदान का उचित प्रबंधन कर उपयोग किया जा सके। पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि कोविड काल के दौरान पंचायत प्रतिनिधियों ने पंचायतों में जो कार्य किए वह सराहनीय हैं। पंचायत पदाधिकारियों की शैक्षिक योग्यता सुनिश्चित करने से अब पढ़े-लिखे प्रतिनिधि आ रहे हैं और समय से विकास कार्यों में धनराशि व्यय की जा रही है। उन्होंने पंचायतीराज निदेशक को विभाग का ढांचा बढ़ाने के निर्देश दिए।
कार्यशाला में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कोरोना काल में कार्य करने वाले ग्राम पंचायत विकास और सहायक विकास अधिकारी पंचायत को एक क्लिक से धनराशि भेजी जा चुकी है। गढ़वाल मंडल के 55 सहायक विकास अधिकारी, पंचायत और 455 ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों समेत कुल 510 कार्मिकों को 10-10 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं। कहा कि गांव में पलायन की समस्या है, इसे रोकने के लिए सरकार गांव में रोजगार व स्वरोजगार के अवसर पैदा करने पर कार्य कर रही है।