उत्तराखंड में तीन और कोरोना पाॅजिटिव, संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 54

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देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में मंगलवार को तीन और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। सुबह नैनीताल की एक महिला मरीज में कोरोना की पुष्टि हुई तो शाम को एक नर्स और एक मरीज के तीमारदार में कारोना पॉजिटिव पाया गया। एक ही दिन में कोरोना के तीन मामले आने से एम्स में हड़कंप मचा हुआ है। इसके साथ ही अब एम्स में चार कोरोना पॉजिटिव मरीज हो गए हैं। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि एम्स में तीन मामले आने के बाद अब प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 54 पहुंच गई है।

एम्स के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने बताया कि देर शाम जनरल सर्जरी वार्ड की स्टाफ नर्स में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। नर्स में कल कोरोना के लक्षण पाए गए थे। आज उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। वहीं, तीसरा पॉजिटिव मामला अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज के तीमारदार का है। वह महिला मरीज के साथ ही अस्पताल में था। एम्स संस्थान की ओर से मंगलवार को जारी बयान में संकायाध्यक्ष (अस्पताल प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि नैनीताल निवासी 56 वर्षीय महिला बीती 22 अप्रैल को एम्स ऋषिकेश में भर्ती हुई थी, जिसे ब्रेन स्ट्रोक की शिकायत थी। यह महिला नैनीताल के स्वामी विवेकानंद अस्पताल में भर्ती थी, जहां ब्रेन स्ट्रोक का उपचार चल रहा था। वहां से महिला को श्रीराम मूर्ति हॉस्पिटल बरेली रेफर किया गया था और वहां से एम्स ऋषिकेश।

उन्होंने बताया कि उक्त दोनों अस्पतालों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार महिला का कोविड-19 का टेस्ट भी हुआ था, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। एम्स में भर्ती इस महिला को 27 अप्रैल को फीवर आया था, इसके बाद महिला का कोविड-19 का टेस्ट किया गया। इसकी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई। महिला को अस्पताल में ही आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

संपर्क में आए सभी लोग होंगे क्वारंटीन

प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आए लोगों की जांच चल रही है। इन सभी को होंम क्वारंटीन किया जाएगा। स्वामी विवेकानंद अस्पताल नैनीताल और श्रीराममूर्ति अस्पताल बरेली में महिला के संपर्क में करीब 50 लोग आए हैं। साथ ही दो मरीज और दो तीमारदारों को भी चिह्नित किया गया है | बताया कि संस्थान में महिला के प्राइमरी व सेकेंड्री कांटेक्ट में आए करीब 70 से 80 स्टाफ को क्वारंटीन किया जा रहा है। इंस्टीट्यूट में पर्याप्त स्थान नहीं होने के कारण जिला प्रशासन से मदद ली जा रही है। बताया कि संस्थान में भर्ती कोविड-19 संक्रमित यूरोलॉजी विभाग के नर्सिंग ऑफिसर की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

 

ऋषिकेश जाने के लिए मेडिकल हिस्ट्री रखनी होगी साथ

थाना मुनि की रेती और लक्ष्मण झूला क्षेत्र के लोगों को यदि दून जिले में प्रवेश करना है तो उन्हें मेडिकल हिस्ट्री साथ रखनी होगी। थाना मुनी की रेती ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है। प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि लक्ष्मण झूला मुनी की रेती क्षेत्र के निवासी मेडिकल इमरजेंसी में ही ऋषिकेश जा पाएंगे। इसके लिए उन्हें मेडिकल हिस्ट्री साथ रखनी होगी। इस क्षेत्र के निवासी सामान्य तौर पर सब्जी राशन लेने के लिए ऋषिकेश नहीं जा पाएंगे।

 

तपोवन क्षेत्र के लोग भी आवश्यक सामान तपोवन से ही खरीदेंगे। वह कैलाश गेट भी नहीं जा पाएंगे। होटल कर्मचारी निजी सुरक्षाकर्मी अपने होटल में ही निवास करेंगे। सरकारी कर्मचारी भी ऋषिकेश क्षेत्र से मुनी की रेती नहीं जा पाएंगे। यदि सरकारी कर्मचारियों के पास रहने की व्यवस्था नहीं है तो उन्हें प्रशासन होटल में कमरे उपलब्ध करा सकता है। मेडिकल इमरजेंसी और अनुमन्य पास के अलावा ऋषिकेश अंतर्जनपदीय बॉर्डर क्रॉस करना लॉक डाउन का उल्लंघन माना जाएगा। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि इस दौरान बिना अनुमति राशन बांटने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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