बर्फीली हवाओं से समूचा उत्तराखंड ठिठुर रहा है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कई जगह प्राकृतिक जलस्रोत जम गए हैं। केदारनाथ और औली में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे है, जबकि देहरादून, पंतनगर, मुक्तेश्वर और टिहरी में न्यूनतम पारा पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है। मसूरी और नैनीताल सर्द हवा की चपेट में है। मौसम विभाग ने मंगलवार से गुरुवार तक उत्तराखंड में शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। विशेषकर ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार शीतलहर से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में पाला गिरने की चेतावनी जारी की गई है।इन दिनों गढ़वाल से लेकर कुमाऊं और पहाड़ से मैदान तक कड़ाके की सर्दी की चपेट में हैं। पारे में गिरावट के चलते केदारनाथ से श्रमिक लौट चुके हैं और वहां फिलहाल पुनर्निर्माण कार्य भी बंद हैं। मैदानी इलाकों में सुबह और शाम कोहरे के चलते यातायात बाधित हो रहा है। हालांकि सोमवार को दिन में धूप खिली रही और मौसम साफ रहने से लोग ने राहत की सांस ली। दूसरी ओर कुमाऊं में ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ।
देहरादून के आसपास घने पेड़ों वाले क्षेत्र एफआरआइ, गढ़ीकैंट, प्रेमनगर, मालदेवता, बिधौली, कंडोली आदि क्षेत्र में दिन के समय भी सड़कें रात के पाले से सनी हैं। ऐसा दिख रहा है कि रात को क्षेत्र में बारिश हुई हो। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार फिलहाल आने वाले तीन दिन में भी मौसम के मिजाज में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद कम है। 24 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी की उम्मीद है।
पहाड़ी क्षेत्र में जैसे ही धूप छिप रही हैं वैसे ही बर्फीली हवाओं से आमजन बेहाल हो रहा है। गोपेश्वर, जोशीमठ, गौचर, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, लैंसडौन, रानीखेत, अल्मोड़ा जैैसे बाजारों की सड़कें शाम सात बजे बाद लगभग सूनी हो रही हैं। सुबह भी बाजार में कम ही लोग देखे जा रहे हैं।