देहरादून। उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में आज भी हल्के बादल छाए रहने और बारिश होने का अनुमान है। हालांकि आज सुबह बादल छाए रहने के बाद देहरादून में सुबह नौ बजे धूप खिल आई। वहीं मौसम में आए इस बदलाव से राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। धूप खिलने से कुछ राहत मिलने के आसार हैं। मौसम केंद्र के अनुसार कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ इलाकों में गरज और चमक के साथ बारिश हो सकती है।
मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, ज्यादातर स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। 2200 मीटर और उसस अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरने का भी अनुमान है। राजधानी दून समेत आसपास के इलाकों में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश भी हो सकती है।
मसूरी में बारिश और बर्फबारी
मसूरी में बारिश और बर्फबारी से बृहस्पतिवार को पर्यटकों के चेहरे खिल उठे। वीकेंड और महाशिवरात्रि की छुट्टी होने के चलते बड़ी संख्या में लोग बर्फबारी का आनंद लेने के लिए मसूरी पहुंचे। वहीं, बर्फ गिरने के बाद एक बार फिर मसूरी में ठंड बढ़ गई है।
बुधवार आधी रात के बाद और बृहस्पतिवार सुबह धनोल्टी, बुरांसखंडा और नाग टिब्बा समेत आसपास की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई। लोगों ने बर्फबारी का खूब लुत्फ लिया। मसूरी और आसपास के इलाकों में इस सीजन की 13वीं बर्फबारी हुई। इससे पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों में भी खासा उत्साह देखा गया। मसूरी और आसपास के इलाकों में बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई।
एक की मौत, 26 फरवरी तक नैनीसैनी एयरपोर्ट से उड़ानें रद्द
पिथौरागढ़ में शिवरात्रि पर्व पर असुरचूला पहाड़ी पर स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए बुंगाछीना निवासी सुमित (16) की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि सल्ट के टोटाम गांव में शुक्रवार को 11 हजार वोल्ट बिजली लाइन का तार टूटकर 440 वोल्ट के विद्युत लाइन पर गिरने से नीतू (15) को करंट लग गया। लुहेड़ा गांव का अशोक भट्ट (18) भी करंट से झुलस गया। दोनों का रामनगर अस्पताल में उपचार चल रहा है।
मौसम खराब होने से शुक्रवार को नैनीसैनी एयरपोर्ट से देहरादून और हिंडन के लिए विमान सेवा संचालित नहीं हो सकी। एयरपोर्ट मैनेजर एवं उपजिलाधिकारी तुषार सैनी ने बताया कि ऑपरेशनल कारणों के चलते 26 फरवरी तक सभी उड़ानें रद्द रहेंगी।
चकराता में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी से मैदानों में बढ़ी ठंड
महाशिवरात्रि पर मौसम की बदली करवट के बीच जाती हुई ठंड की रफ्तार सुस्त हो गई है। बृहस्पतिवार देर रात और शुक्रवार सुबह क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। ऊंची चोटियों पर सीजन की यह 11वीं बर्फबारी है। जिसके चलते जौनसार बावर की ऊंची चोटियों एक बार फिर बर्फ से लकदक हो गई हैं। दूर से ही यह ऊंची चोटियां पर्यटकों को खासा रास आ रही है।
क्षेत्र में करीब आधा से डेढ़ फीट बर्फबारी हुई है। वहीं बर्फबारी के चलते चकराता-त्यूनी मोटर मार्ग लोखंडी के पास बाधित हो गया है। त्यूनी आने-जाने वाले वाहनों को वाया क्वानू होकर आवाजाही करनी पड़ रही है। बृहस्पतिवार देर रात 11 बजे से शुरू हुई बारिश से देर रात दो बजे देववन, खडंबा, मुंडाली, व्यास शिखर, लोखंडी, मोयला टॉप, जाडी, कनासर, कंधाड़ समेत कई ऊंची चोटियां बर्फ से लकदक हो गई। बर्फबारी का यह सिलसिल करीब दो घंटे तक सुबह चार बजे तक जारी रहा। सुबह लोग सोकर उठे तो हर तरफ बर्फ का नजारा देखने को मिला।
बर्फबारी को देख बागवानों और काश्तकारों के चेहरे खिल उठे हैं। यह बर्फबारी खेती के लिए मुफीद मानी जा रही है। बर्फबारी और बारिश से जमीन में लंबे समय तक नमी बनी रहेगी। मैदानी इलाकों में भी पूरी रात झमाझम बारिश हुई। बारिश का यह सिलसिला सुबह 6ः30 बजे तक जारी रहा। बर्फबारी के चलते ऊंचाई वाले इलाके कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गए हैं। विकासनगर का अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम 12 डिग्री रहा।