उत्तराखंड में फरवरी के आखिर में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी

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देहरादून। राजधानी देहरादून समेत आसपास के कई इलाकों में मंगलवार को भी बादल छाये रह सकते हैं। मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार कुछ क्षेत्रों में गरज और चमक के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है। 2500 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ गिरने का भी अनुमान है। राजधानी दून में गरज और चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं। साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओले भी गिर सकते हैं।

पतलोट में हैड़ाखान-खनस्यू-काठगोदाम मार्ग टूटने से यातायात ठप

कुमाऊं में मौसम ने सोमवार को भी अपने तेवर दिखाए। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में दोपहर बाद तेज गरज के साथ बारिश हुई। पिथौरागढ़ में ओले भी गिरे। मुनस्यारी के पंचाचूली, राजरंभा, हंसलिंग, मिलम, नागनीधूरा और छिपलाकेदार में बर्फबारी जारी रही। क्षेत्र का न्यूनतम तापमान एक और अधिकतम नौ डिग्री रहा।

डीडीहाट, अस्कोट, कनालीछीना आदि जगहों पर झमाझम बारिश हुई। देर शाम तक हल्की बूंदाबांदी जारी थी। अल्मोड़ा में दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई। ठंड के कारण न्यूनतम तापमान भी एक डिग्री घटकर पांच पहुंच गया, जबकि रविवार को न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस था। रानीखेत में भी दोपहर दो बजे के बाद ओलावृष्टि हुई।

इग्यारदेवी में मलबे को हटाने में लगभग दस से पंद्रह दिन लग सकते हैं
इधर, पतलोट में मुरकुड़िया के पास सोमवार को हैड़ाखान-खनस्यू-काठगोदाम मार्ग टूटकर 300 मीटर गहरी खाई में समा गया। इससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। आवाजाही बंद होने से 100 ग्रामसभाओं के ग्रामीणों के काम अटक गए।

पिथौरागढ़-घाट ऑलवेदर सड़क पर इग्यारदेवी के पास आए मलबे को हटाने में लगभग दस से पंद्रह दिन लग सकते हैं। सोमवार को भी ऑलवेदर के साथ ही तोली रूट से भी वाहनों का संचालन किया गया। दिन में मलबा आने से कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा।

मौसम पूर्वानुमान

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण बदरा अभी और बरसेंगे। 25 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। 25 फरवरी के बाद 29 फरवरी को बारिश होने की संभावना है। एक मार्च, चार और पांच मार्च को फिर बारिश हो सकती है।

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