नए साल में उच्च शिक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर है। उत्तराखंड में लॉकडाउन के चलते बंद हुए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय दस महीने बाद फरवरी के पहले सप्ताह में सभी छात्र-छात्राओं के लिए खुलेंगे। इन्हें पूर्ण रूप से खोले जाने की तैयारी को लेकर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में मंगलवार को सभी कुलपतियों के साथ बैठक होगी।प्रदेश में कोरोना संक्रमण से छात्र-छात्राओं की सुरक्षा एवं इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च 2020 से सभी राज्य विवि और महाविद्यालयों को बंद कर दिया गया था। तभी से छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। हालांकि स्थिति कुछ सामान्य होने के बाद 15 दिसंबर से यूजी और पीजी के केवल प्रयोगात्मक विषय वाले छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालयों को खोला गया था, लेकिन अन्य छात्रों के लिए महाविद्यालय अब भी बंद हैं।उच्च शिक्षा विभाग की ओर से अब अन्य छात्र-छात्राओं के लिए भी महाविद्यालय खोले जाने की तैयारी है। महाविद्यालयों में कोरोना से बचाव के लिए सभी नियमों का पालन कराते हुए महाविद्यालयों को पूर्ण रूप से खोला जाएगा।
सर्दी की छुट्टी खत्म होने के बाद खुलेंगे महाविद्यालय
प्रदेश के राज्य विवि और महाविद्यालयों में 11 जनवरी से सर्दियों की छुट्टी पड़ रही है। इस बार पर्वतीय और मैदानी क्षेत्र के सभी महाविद्यालयों में समान रूप से 20 कार्य दिवसों के छुट्टी पड़ रही है। ऐसे में चार से पांच फरवरी तक महाविद्यालय खुलेंगे।
महाविद्यालयों में पहुंचे बहुत कम छात्र
प्रदेश में यूजी और पीजी के प्रयोगात्मक विषय वाले छात्रों के लिए 15 दिसंबर को महाविद्यालय खुलने पर बहुत कम छात्र महाविद्यालय पहुंचे। छात्र-छात्राओं की औसतन उपस्थिति 15 से 20 फीसदी रही। इनमें कुछ महाविद्यालय ऐसे थे। जिनमें मात्र 25 से 30 छात्र पहुंचे।
दो लाख छात्र-छात्राएं हैं अध्ययनरत
प्रदेश में 105 सरकारी महाविद्यालय हैं। इसके अलावा 18 अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय हैं। सभी महाविद्यालयों में करीब दो लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। महाविद्यालय खुलने पर सभी छात्र महाविद्यालय आ सकेंगे।
प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को सर्दियों की छुट्टी खत्म होते ही सभी छात्र-छात्राओं के लिए खोला जाएगा। छात्रों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। पढ़ाई के साथ उनकी सुरक्षा की भी हमारी जिम्मेदारी है। इस संबंध में मंगलवार को समस्त कुलपतियों के साथ बैठक रखी गई है।
– डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री