देहरादून। अफगानिस्तान के हिंदुकुश की पहाड़ियों में तीन दिन पहले 210 किलोमीटर धरती के नीचे आए भूकंप के बाद ‘अर्थक्वेक आफ्टरशॉक’ के झटके लगातार महसूस किए जा रहे हैं। मंगलवार को चमोली में भूकंप के झटके महसूस किए गए। गनीमत रही जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
आईआईटी रुड़की के वरिष्ठ भूकंप विज्ञानी प्रो. एमएल शर्मा ने बताया कि इंडियन प्लेट के यूरेशियन प्लेट से टकराने से भूकंप आ रहे हैं। जहां तक चमोली में झटके महसूस किए जाने का सवाल है तो यह हिंदुकुश की पहाड़ियों में आए भूकंप के बाद ‘अर्थक्वेक आफ्टरशॉक’ का असर हो सकता है।
भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड जोन पांच में
भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड जोन पांच में आता है और यहां 3.5 रिक्टर स्केल वाले भूकंप आते ही रहते हैं। इतनी क्षमता वाले भूकंपों से घबराने की जरूरत नहीं है। आईआईटी रुड़की की प्रयोगशाला में भूकंपों की चैबीसों घंटे निगरानी की जाती है।
विज्ञानियों के मुताबिक इंडियन प्लेट यूरेशियन प्लेट की तरफ हर साल 40 से 50 मिलीमीटर आगे खिसक रही है। जिसकी वजह से भूकंप आ रहे हैं। वर्तमान इंडियन प्लेट पहले अंटार्टिका के ठीक नीचे हुआ करती थी जो खिसकते हुए भारत के ठीक नीचे आ गई है। इसी प्लेट के खिसकने व टकराने के चलते हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ जो कभी समुद्र का सबसे गहरा हिस्सा हुआ करता था।