देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा सोशल इंजीनियरिंग की राह पर है। यह प्रयोग पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व राज्यसभा से कर सकता है। प्रदेश संगठन ने राज्यसभा के उम्मीदवार के लिए बेशक पांच नामों का पैनल भेज दिया है, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन से पैनल से बाहर कुछ और नाम मांगें हैं। इनमें एक नाम अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेता का भी मांगा गया है।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार दोपहर तक पार्टी राज्यसभा के प्रत्याशी का नाम घोषित कर सकती है। यह पैनल से बाहर कोई और चैंकाने वाला नाम भी हो सकता है। केंद्रीय नेतृत्व को नामों का जो पैनल भेजा गया है, उसमें महिला का चेहरा नहीं है। प्रदेश संगठन ने ऐसे दो नाम भेज दिए हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने एक ऐसा नाम भी मांगा है जो व्यावसायिक क्षेत्र में दखल रखता हो और पार्टी से जुड़ा हो।
आज से भरे जाएंगे नामांकन
पार्टी ये नाम सोमवार को भेजेगी। अचानक और नाम मांगें जाने से यह माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व पैनल से बाहर कोई नया नाम दे सकता है। पार्टी ने अपने पैनल में जो नाम भेजे हैं उनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय सचिव महेंद्र पांडेय, पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री नरेश बंसल, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल और पूर्व सांसद बलराज पासी शामिल हैं।
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकनपत्र भरने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। विधानसभा कार्यकारी सचिव व चुनाव अधिकारी मुकेश सिंघल ने बताया कि 27 को नामांकनपत्र भरने की अंतिम तिथि है। 28 को नामांकनपत्रों की जांच होगी। दो नवंबर को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। नौ नवंबर को मतदान और उसी दिन मतगणना होगी।