देहरादून। उत्तराखंड में सल्ट विधानसभा के मतदाता ग्लव्स पहनकर वोटिंग करेंगे। पहली बार ऐसा होगा कि चुनाव में मतदाताओं को वोटिंग और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने से पहले हाथों में दस्ताने पहनने होंगे। निर्वाचन आयोग ने यह प्रावधान कोविड-19 महामारी के संक्रमण से रोकथाम करने के उद्देश्य से किया है।
विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के असामयिक निधन से खाली हुई सल्ट विधानसभा के उपचुनाव के लिए 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है जो 30 मार्च तक चलेगी। 31 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी और तीन अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
यह उपचुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब एक बार फिर कोविड-19 महामारी के संक्रमण फैलाव का खतरा बढ़ रहा है। यही वजह है कि निर्वाचन आयोग उपचुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी रोकथाम की मानक प्रचालन प्रक्रिया को कड़ाई से लागू कर रहा है। सहायक निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास के मुताबिक, जिन बूथों में एक हजार से अधिक मतदाता हैं, उन्हें दो बूथों में बदला गया है। सल्ट विधानसभा में 1000 मतदाता वाले 15 बूथ हैं।
बूथों की संख्या बढ़ाई
2017 के विधानसभा चुनाव में बूथों की संख्या 136 थी, जिसे बढ़ाकर 151 किया गया है। बूथों की संख्या बढ़ने से सामाजिक दूरी का पालन कराने में सहजता रहेगी।
वोटिंग के लिए एक घंटा बढ़ाया गया
वोटिंग का समय भी एक घंटा बढ़ाया गया है। उपचुनाव के लिए सुबह आठ बजे के स्थान पर सुबह सात बजे से वोटिंग होगी जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। पोलिंग बूथ की कतारों में मतदाता को मास्क और सैनिटाइजर तथा सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।
ग्लव्स पहनकर होगी वोटिंग
जब मतदाता पोलिंग बूथ में प्रवेश करेगा तो उंगली पर स्याही लगाने के बाद उसे ग्लव्स दिए जाएंगे। ग्लव्स पहनकर वह रजिस्टर पर हस्ताक्षर करेगा और इसके बाद ग्लव्स पहनकर ही वह ईवीएम का बटन दबाएगा। इसके बाद ग्लव्स डिस्पोज कर दिया जाएगा। उत्तराखंड में किसी विधानसभा के वोटर पहली बार ग्लव्स पहनकर पहली बार मतदान करेंगे।
आंकड़ों की नजर में
95241 है सामान्य मतदाताओं की संख्या
48682 पुरुष मतदाता हैं
46559 महिला मतदाता हैं
912 सर्विस वोटर भी हैं विधानसभा में
151 पोलिंग बूथों पर डाले जाएंगे वोट
45.74 प्रतिशत वोटिंग हुई 2017 के चुनाव में
38.75 प्रतिशत मतदान हुआ था 2019 के लोस चुनाव में