उत्तराखंड में सिनेमाघर और थियेटर को पूरी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति

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देहरादून। उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार को सिनेमाघर और थियेटर को पूरी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। आपदा प्रबंधन सचिव एसए मुरुगेशन ने इस संबंध में दिशा-निर्देश सभी जिलाधिकारियों को भेज दिए हैं।

नवीनतम एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर यानी मानक प्रचालन प्रक्रिया) में आपस में पर्याप्त दूरी बनाकर रखना, अनिवार्य तौर पर मास्क लगाना, हर स्क्रीनिंग के बाद ऑडिटोरियम को सैनिटाइज करना आदि शामिल हैं। एसओपी में कहा गया है कि भीड़भाड़ से बचने के लिए टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग और अलग-अलग समय पर शो के आयोजन को बढ़ावा दिया जाए।

एसओपी के मुताबिक, अगर कहीं कंटेनमेंट जोन बनता है तो उस क्षेत्र में किसी भी फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी। वहीं, टिकट बुकिंग के समय मोबाइल नंबर लिया जाएगा, ताकि आपातकालीन स्थितियों में संपर्क किया जा सके।

शो के बीच अंतराल रखना होगा
एसओपी में कहा गया है, आपस में पर्याप्त दूरी की व्यवस्था के साथ अच्छी खासी संख्या में काउंटर हों, ताकि वहां टिकट बुक करने के समय भीड़ न हो। सिनेमाघरों में शो के बीच पर्याप्त समय का अंतराल रखा जाए, ताकि दर्शकों का अलग-अलग प्रवेश और निकास सुनिश्चित हो। स्वच्छता एवं कोरोना संबंधी सभी सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन किया जाना जरूरी है।

बॉक्स ऑफिस, खानपान क्षेत्र में सफाई जरूरी
सिनेमा मालिकों के लिए बॉक्स ऑफिस, भोजन या अन्य खानपान क्षेत्र, कर्मी लॉकर, शौचालय, सार्वजनिक स्थान एवं बैक ऑफिस की नियमित साफ-सफाई करना एवं संक्रमणमुक्त करना अनिवार्य है। एसओपी के अनुसार यदि फिल्म देखने वालों में कोई भी कोविड-19 से संक्रमित पाया जाता है तो पूरे परिसर को संक्रमणमुक्त किया जाएगा।

बड़ी फिल्म का इंतजार
सिनेमाघर में पहले जैसी भीड़ के लिए संचालकों को बड़ी फिल्म रिलीज होने का इंतजार है। लॉकडाउन के चलते ओटीटी प्लेटफॉर्म से सिने प्रेमियों की पसंद पर असर पड़ा है। ऐसे में सिनेमाघर संचालकों को दर्शकों को आकर्षित करने के लिए बड़ी फिल्म का इंतजार करना होगा।

साप्ताहिक बंदी हटाने की मांग
सिनेमाघर संचालकों ने दून में रविवार को होने वाली साप्ताहिक बंदी हटाने की मांग की है। संचालकों का कहना है कि रविवार के दिन लोग फिल्म देखने के लिए सिनेमाघर आते हैं, लेकिन साप्ताहिक बंदी होने से उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है। सहस्त्रधारा रोड स्थित एक सिनेमाघर संचालक के कर्मचारी ने बताया कि दर्शकों की संख्या कम होने के चलते फिल्मों के शो में कमी की गई है। जबकि, मल्टी स्क्रीन सिनेमा में दो या तीन ही स्क्रीन पर फिल्में चलाई जा रही हैं। 

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