देहरादून। कोरोना संकट के चलते राज्य में पटरी से उतरी पर्यटन उद्योग की गाड़ी को दौड़ाने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में सैलानियों को लुभाने के लिए पर्यटक प्रोत्साहन कूपन योजना को कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इसके तहत राज्य में आने वाले पर्यटकों को कोविड के नियमों का पालन करते हुए होटल अथवा होम स्टे में तीन दिन ठहरने पर अधिकतम एक हजार रुपये की छूट दी जाएगी। होटल व होम स्टे स्वामियों को इसकी प्रतिपूर्ति मुख्यमंत्री राहत कोष से की जाएगी। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर के अनुसार फिलहाल यह योजना एक माह के लिए लागू की जा रही है। सकारात्मक परिणाम आने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
पर्यटन से जुड़ी गतिविधियां राज्य की आर्थिकी का महत्वपूर्ण जरिया हैं, लेकिन कोरोना संकट से यह बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों व कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इसे देखते हुए कोविड के नियम कायदों के अनुपालन के साथ राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर सरकार ने फोकस किया है। इसी के दृष्टिगत लाई गई है पर्यटन प्रोत्साहन कूपन योजना। इसके तहत उत्तराखंड भ्रमण पर आने वाले जिन व्यक्तियों ने पर्यटक श्रेणी में पंजीकरण कराया है, उन्हें होटल व होम स्टे में रहने की व्यवस्था पर किए गए व्यय पर अधिकतम एक हजार रुपये अथवा 25 प्रतिशत प्रतिदिन की छूट तीन दिन के लिए दी जाएगी। इसके लिए प्रोत्साहन कूपन जारी किए जाएंगे, जिसे पर्यटकों के आवासीय बिल में समायोजित किया जाएगा। होटल व होम स्टे स्वामियों को छूट की राशि विभागीय अनुमोदन के बाद 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराई जाएगी। कूपन का लाभ प्रति बुकिंग-प्रति रात्रि ई-पास एवं कूपन की वैद्यता के दिन तक देय होगा।
योजना में ये होंगे पात्र
- कम से कम तीन दिन के लिए उत्तराखंड भ्रमण पर आने वाले पर्यटक।
- वर्तमान नियमों के तहत राज्य के धामों की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु।
- कोविड के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए आने वाले सैलानी।
यहां होगी मान्य
- देहरादून जिले में मसूरी, चकराता व ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र।
- हरिद्वार जिले में हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र।
- पौड़ी में कोटद्वार को छोड़ समस्त क्षेत्र।
- नैनीताल में काठगोदाम व हल्द्वानी को छोड़कर सभी क्षेत्र।
ऊधमसिंह नगर को छोड़ शेष समस्त जिले (प्रतिबंधित क्षेत्र को छोड़कर)।
तीन माह में 65 हजार पर्यटकों के आने की संभावना
यह भी आकलन किया गया है कि राज्य में सितंबर में 18000, अक्टूबर में 21600 व नवंबर में 25920 पर्यटकों के आने की संभावना है। इनमें से यदि 50 प्रतिशत भी होटल व होम स्टे में कक्ष बुक करते हैं तो उन्हें दी जाने वाली छूट पर 9.82 करोड़ का व्यय आएगा। योजना में ऑनलाइन भुगतान पर जोर दिया जाएगा।