कोरोना संक्रमण के दौरान पंचायत विभाग एवं पलायन आयोग की ओर से तैयार किए गए उत्तराखंड लौटने वाले लोगों के आंकड़े मेल नहीं खा रहे हैं। शुक्रवार को उत्तराखंड ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग ने जो रिपोर्ट मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सौंपी है, उसमें एक अप्रैल से 5 मई तक 53092 प्रवासियों के उत्तराखंड लौटने का जिक्र है। जबकि पंचायत विभाग ने स्मार्ट सिटी वेबसाइट के हवाले से 21 अप्रैल से 1 जून 2021 तक लौटने वाले लोगों की संख्या एक लाख 30 हजार से अधिक बताई है। आंकड़ों में यह अंतर किसी खानापूर्ति की ओर इशारा कर रहा है। पंचायात विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवासियों और अन्य लोगों का गांवों की ओर रुख करने का सिलसिला लगातार जारी है। 21 अप्रैल से प्रदेश सरकार ने अन्य राज्यों से लौटने वाले लोगों को स्मार्ट सिटी की वेबसाइट के जरिए ट्रेस करना शुरू किया था। पंचायत विभाग के मुताबिक अभी तक स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर 1 जून 2021 तक कुल एक लाख तीस हजार आठ लोग पंजीकरण करा चुके हैं।
इसके अलावा करीब 70 से 80 हजार ऐसे लोग भी हैं, जो पंजीकरण में नहीं आए हैं, लेकिन ग्राम स्तर पर इनकी रिपोटिंग हुई है। कई लोग प्रदेश के भीतर ही जिलों से भी लौटे हैं। इधर, उत्तराखंड ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एसएस नेगी ने कोरोनाकाल में रिवर्स पलायन पर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट के अनुसार एक अप्रैल से 5 मई तक 53092 प्रवासी उत्तराखंड लौट चुके हैं। रिपोर्ट में आयोग ने इन प्रवासियों का दोबारा पलायन रोकने के लिए सात सिफारिशें भी की हैं।
पंचायत विभाग के अनुसार 21 अप्रैल से 1 जून तक लौटे लोगों का ब्योरा
अल्मोड़ा 2680 33466 494 36640
बागेश्वर 275 3229 51 3555
चमोली 230 2942 98 3270
चंपावत 335 3286 36 3657
देहरादन 386 10842 458 11686
हरिद्वार 157 6730 201 7088
नैनीताल 514 11329 376 12219
पौड़ी 1630 24608 395 26633
पिथौरागढ़ 294 3980 78 4352
रुद्रप्रयाग 198 2104 43 2345
टिहरी 833 7618 137 8588
यूएस नगर 334 8141 212 8687
उत्तरकाशी 73 1186 29 1288
कुल यात्री 7939 119461 2608 130008
पलायन आयोग के अनुसान लौटे प्रवासियों का लेखा-जोखा
जिला लौटे प्रवासी
अल्मोड़ा- 14850
पौड़ी- 9473
टिहरी- 8087
चंपावत- 4713
चमोली- 3083
बागेश्वर- 4105
नैनीताल- 2990
पिथौरागढ़- 2450
रुद्रप्रयाग- 1474
उत्तरकाशी- 1308
यूएस नगर- 349
देहरादून- 152
हरिद्वार- 58
कुल- 53092
अल्मोड़ा जनपद में लौटे सबसे अधिक प्रवासी
जरूरी नहीं है कि जो लोग स्मार्ट सिटी वेबसाइट पर पंजीकरण करा रहे हैं, वह गांव तक भी पहुंच रहे हों, इनमें बहुत से लोग ऐसे होंगे, जो पंजीकरण कराने के बाद उत्तरांखड आए ही नहीं या फिर आकर लौट गए। इसमें विभिन्न कार्यों से आने वाले लोग, ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग और शादी-विवाह में आने वाले लोग शामिल हो सकते हैं। हमने ग्राउंड स्तर पर प्राधानों से डाटा लेकर रिपोर्ट तैयार की है। एक-एक आदमी का हिसाब रखा गया है।
– डॉ. एसएस नेगी, उत्तराखंड ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष
हमने वही आंकड़े जारी किए हैं, जो स्मार्ट सिटी वेबसाइट पर दर्ज किए गए हैं। ये बात सही है कि इनमें से बहुत से लोग आने के बाद लौट चुके होंगे। लेकिन पलायन आयोग की ओर से पंचायत विभाग से लौटने वाले लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं ली गई। ऐसे में ग्रामीण स्तर पर किस प्रकार आंकड़े जुटाए गए, यह बात आयोग के लोग ही अच्छी तरह बता सकते हैं।
– हरिचंद सेमवाल, राज्य नोडल अधिकारी, कोविड