देहरादून। कोरोनाकाल के चलते बीते वर्ष के मुकाबले इस बार बेहद कम लोग ने उत्तराखंड से हज यात्रा के लिए आवेदन किया है। पिछले साल 2516 आवेदन हुए थे, जिनमें से 1293 का चयन हुआ था, जबकि इस बार 703 लोग ने आवेदन किया है।
हज कमेटी ऑफ इंडिया ने वर्ष 2021 के लिए सात नवंबर से ऑनलाइन आवेदन शुरू किए थे। 10 दिसंबर आवेदन करने की अंतिम तिथि थी, लेकिन उस समय उत्तराखंड से मात्र 405 ने आवेदन किया था। आवेदकों को एक और मौका देने के लिए उत्तराखंड राज्य हज समिति ने ऑल इंडिया हज कमेटी को तिथि बढ़ाने को पत्र भेजा, जिसके बाद अंतिम तिथि दस जनवरी कर दी गई।
राज्य हज समिति के चेयरमैन शमीम आलम ने बताया कि 2021 में हज यात्रा पर जाने वालों के लिए मानकों में कई बदलाव किए गए हैं। 2021 में एक कवर पर पांच की जगह अब तीन आवेदक आवेदन कर सकेंगे। इस बार अनुमानित खर्चा 3,70000 से 5,25000 तक आ सकता है। जो पहले एक यात्री के लिए 2,50000 से 3,50000 रुपये के बीच आता था। प्रथम किस्त पहले 81000 रुपये की थी, जो अब डेढ़ लाख रुपये हो गई है।
30 से 35 दिन की यात्रा के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से 20 से 25 किलोग्राम के दो बैग और चार किलोग्राम के एक हैंड बैग की ही अनुमति दी गई है। यात्रा शुरू करने से 72 घंटे पहले की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी। हज यात्रा पर जाने वालों के लिए कोरोना की वैक्सीन निश्शुल्क लगाने की मांग केंद्र सरकार से की गई है।