देहरादून। जौनसार बावर व पछवादून के राहत शिविरों से 139 श्रमिकों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया। सभी श्रमिकों को सम्मान के साथ पुलिस व प्रशासन ने बसों से उनके घरों के लिए रवाना किया। पछवादून व जौनसार बावर के राहत शिविरों में अधिकांश श्रमिक उत्तर प्रदेश के निवासी थे।
लॉकडाउन के चलते पछवादून में त्रिशला जैन धर्मशाला के राहत शिविर में 49, बद्रीपुर में 39, क्लाउड हरबर्टपुर में 19, सेलाकुई में 8, कालसी में 24, त्यूणी में 19 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था। सभी उत्तर प्रदेश के श्रमिक थे, जो लॉकडाउन में यहां पर रोके गए थे।
पुलिस व प्रशासन ने क्वारंटाइन अवधि में श्रमिकों के खाने पीने व साफ सफाई का पूरा ख्याल रखा। वहीं समय समय पर मेडिकल जांच भी कराई। राहत शिविरों में रह रहे श्रमिकों की क्वारंटाइन अवधि से भी अधिक समय होने पर शासन ने सभी को उनके घर भेजने के निर्देश दिए।
इसके चलते शुक्रवार को एसडीएम सौरभ असवाल, सीओ आदि की मौजूदगी में राहत शिविरों से रवाना किया गया। सीओ भूपेंद्र धोनी ने बताया कि पछवादून व जौनसार बावर से घरों के लिए रवाना किए गए मजदूर देहरादून में गाइडलाइन के अनुसार पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद अपने घरों के लिए रवाना कर दिए गए। सभी को राहत शिविरों में रहने के प्रमाणपत्र भी जारी किए गए हैं। उप जिलाचिकित्सालय के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप चैहान के अनुसार सभी की मेडिकल जांच की गयी है।
श्रमिकों का सम्मान
त्रिशला देवी धर्मशाला के राहत शिविर में श्रमिकों को सम्मानित किया गया। सीओ की मौजूदगी में कांग्रेस कमेटी कार्यकर्ताओं ने फिजिकल डिस्टेंस बनाकर श्रमिकों को गमछा भेंट किया। इस मौके पर सीओ भूपेंद्र धोनी, प्रभारी कोतवाल गिरीश नेगी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजय किशोर, शहर अध्यक्ष शम्मी प्रकाश, जिला महासचिव सलीम अहमद, क्षेत्र पंचायत सदस्य नितिन वर्मा, सभासद गिरीश सप्पल, जिला उपाध्यक्ष हरीश ग्रोवर, साबिर, असद शिवली जैदी मौजूद रहे।