देहरादून। किसान आंदोलन के चलते गुरुवार दोपहर दिल्ली में कश्मीरी गेट आइएसबीटी बंद कर दिया गया, जिससे देहरादून, हरिद्वार और गढ़वाल समेत काशीपुर, नैनीताल आदि से दिल्ली जाने वाली रोडवेज बसें उत्तर प्रदेश बार्डर कौशांबी पर रोक दी गईं। बसें दिल्ली नहीं जाने से हजारों यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि दिल्ली आइएसबीटी शुक्रवार को भी बंद रहेगा, लिहाजा बसें उत्तर प्रदेश की सीमा तक ही संचालित होंगी।
देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश से गुरुवार तड़के निकली बसें तो दिल्ली आइएसबीटी तक गईं, लेकिन सुबह आठ बजे के बाद से जो भी बसें गईं, उन्हें दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया गया। बसें आगे न जाने से कुछ यात्रियों ने बस चालक-परिचालक के साथ विवाद भी किया, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए रोडवेज मुख्यालय ने भी बसें दिल्ली न ले जाने के आदेश जारी कर दिए। गुरुवार को पूरे राज्य से करीब 400 बसें यूपी बार्डर तक गईं। शुक्रवार को स्थिति के दृष्टिगत ही बसों के संचालन के आदेश दिए गए हैं।
दूसरे रूट से गईं जयपुर की बसें
देहरादून व हरिद्वार से राजस्थान के जयपुर, अलवर, जोधपुर आदि जाने वाली बसें गुरुवार को दिल्ली के बजाए दूसरे रूट अलीगढ़ होकर गईं। इसके अलावा गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत आगरा की बसों को भी इसी मार्ग से भेजा गया।
कम की गईं बसों की संख्या
दिल्ली में प्रवेश बंद होने की सूचना के बाद रोडवेज मुख्यालय ने दिल्ली की तरफ जाने वाली बसों की संख्या आधी कर दी। ठंड की वजह से वैसे भी बसों में यात्रियों की संख्या कम थी। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन ने सत्तर फीसद लोड फैक्टर होने पर बसों का संचालन कराया। ऐसे में बस भरने तक यात्रियों को इंतजार भी करना पड़ा।