देहरादून। बारिश के बदले पैटर्न के चलते इस बार सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जा रही है। जिससे मानसून की विदाई आगे खिसक गई है। फिलहाल अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक मानसून की बारिश जारी रहने के आसार हैं। उसके बाद ही विदाई का क्रम शुरू होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग ने राजस्थान में निम्न दबाव क्षेत्र और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण मानसून की विदाई में विलंब होने की बात कही है। उत्तराखंड में मानसून ने इस बार समय से पहले दस्तक जरूर दी, लेकिन इसे रफ्तार पकड़ने में काफी समय लग गया। 13 जून को मानसून के सक्रिय होने के बाद इस माह दो से तीन दौर की बारिश से ही संतोष करना पड़ा।
इसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में भी मेघ सामान्य से 66 फीसद कम बरसे। दूसरे सप्ताह में भी सामान्य से सात फीसद कम बारिश हुई। तीसरे सप्ताह में मानसून ने गति पकड़ी और सामान्य से 27 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई। इसके बाद अंतिम सप्ताह में भी बारिश का आंकड़ा सामान्य से छह फीसद अधिक रहा। अब सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश हो रही है। इस माह अब तक प्रदेश में 205 मिमी बारिश हुई है जो कि सामान्य से 10 फीसद अधिक है। इसमें भी देहरादून, टिहरी और नैनीताल में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सामान्यत: उत्तराखंड में 27-28 सितंबर को मानसून विदा होता है। 17 सितंबर को राजस्थान से मानसून की देश से विदाई शुरू होती है, जो 15 अक्टूबर तक पूरी होती है। इस बार अभी तक राजस्थान में मानसून की विदाई शुरू नहीं हुई है। देश से मानसून के पूरी तरह विदा होने में दो सप्ताह की देरी होने का अनुमान है।