देहरादून। उत्तराखंड में मौसम सुहावना बना हुआ है। बुधवार सुबह देहरादून समेत कई जिलों में धूप खिली और आसमान साफ है। सुबह और रात के समय अब हल्की ठंड का अहसास होने लगा है। आज मसूरी में सुबह के समय तापमान करीब 13 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, चमोली में बदरीनाथ हाईवे सुचारु है और यात्रा जारी है। उधर, उत्तरकाशी में यमुनोत्री धाम के निकट पैदल मार्ग पर भूस्खलन का सिलसिला जारी है। पहाड़ से गिर रहे मलबे से वैकल्पिक मार्ग पर भी खतरा बना हुआ है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने फिलहाल यात्रा रोक दी है। इस बीच सुबह दर्शनों के लिए गए 34 यात्रियों को भी एसडीआरएफ की मदद से सुरक्षित निकाला गया।
अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक छह किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग है। जानकीचट्टी से डेढ़ किलोमीटर दूर ऋषिगंगा नदी के किनारे भूस्खलन जोन सक्रिय है। पिछले माह 12 सितंबर को यहां जबरदस्त भूस्खलन के बाद पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था। तब प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए यात्रा पर रोक लगाई थी। इस दौरान वैकल्पिक मार्ग तैयार कर यात्रा बहाल की गई। इसके बाद चार अक्टूबर को इसी इलाके में एक बार फिर पहाड़ से मलबा गिरना शुरू हो गया। बड़कोट के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) चतर सिंह ने बताया कि सोमवार शाम को यहां बड़ी मात्रा में मलबा और पत्थर गिरे।
धाम से लौट रहे कुछ तीर्थपुरोहित मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। मंगलवार को भी पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर आया। इसकी जद में वैकल्पिक मार्ग भी आ रहा है। एसडीएम ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा रोकने का निर्णय लिया गया। सुबह पहुंचे 34 यात्रियों को पुलिस और एसडीआरएफ की सहायता से सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक खतरा टल नहीं जाता तब तक यात्रा पर रोक बरकरार रहेगी।