देहरादून। प्रदेश में अंतरराज्यीय परिवहन शुरू होने के साथ ही रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अभी पहले चरण में अंतरराज्यीय सेवाओं में चल रही 100 बसों में यात्रियों का आंकड़ा करीब 35 हजार तक पहुंच गया है। इतने ही यात्री प्रदेश के भीतरी मार्गो पर चल रही बसों में भी मिल रहे हैं। अन्य प्रदेशों में संचालन शुरू होने से यात्रियों की संख्या में इजाफा तो होगा ही, रोडवेज का वित्तीय घाटा दूर करने में भी मदद मिलेगी।
प्रदेश में बुधवार से शुरू अंतरराज्यीय परिवहन के बाद चार दिन में ही यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। इस समय दिल्ली मार्ग के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं के बीच भी बस संचालन शुरू हो गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश रोडवेज ने भी यहां से दिल्ली, लखनऊ, आगरा, बरेली, कानपुर, सहारनपुर के लिए बस सेवाएं शुरू कर दी हैं। उत्तराखंड की बसें देहरादून से दिल्ली के साथ हल्द्वानी, टनकपुर, भवाली, रुद्रपुर, नैनीताल, रामनगर, काशीपुर और काठगोदाम के लिए चल रही हैं। रोडवेज मुख्यालय सोमवार से बस सेवाएं बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। दिल्ली मार्ग पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार को दिल्ली मार्ग पर उत्तराखंड की 22 और उत्तर प्रदेश की 28 बसें रवाना हुई। बताया जा रहा कि हर बस में 35 से 40 यात्री सफर कर रहे हैं। बुधवार को दिल्ली मार्ग पर हर बस में औसत 25 यात्री जबकि गुरुवार को हर बस में औसतन 30 यात्री सवार हुए, जबकि शनिवार को यह संख्या 40 के आसपास पहुंच गई। यही नहीं गढ़वाल-कुमाऊं के बीच भी बसों और यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। दून से हल्द्वानी के लिए पांच बसें चल रही हैं। बसों में यात्रियों का नाम, मोबाइल नंबर व गंतव्य स्थल नोट किया जा रहा है।
रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन के अनुसार प्रदेश के सभी डिपो से कुल 100 बसें दिल्ली मार्ग पर चल रही हैं। करीब 350 बसें प्रदेश के भीतर संचालित हुई। इनमें गढ़वाल और कुमाऊं के बीच चली बस सेवाएं भी शामिल हैं। देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश व कोटद्वार समेत काशीपुर, रामनगर, हल्द्वानी, टनकपुर से दिल्ली के लिए यात्रियों की अच्छी संख्या रही। महाप्रबंधक के अनुसार रविवार तक इसी व्यवस्था पर बसों का संचालन किया जाएगा। उसके बाद बसें अलग-अलग रूटों पर बढ़ाई जाएंगी। जहां यात्रियों की डिमांड होगी, वहां के लिए बसें संचालित की जाएंगी। दिल्ली जाने वाली बसें अभी कौशांबी (गाजियाबाद) तक ही संचालित हो रही हैं।