देहरादून| उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) के जरिये संविदा पर कार्यरत कर्मियों का मानदेय जल्द बढ़ने जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने सैनिक कल्याण विभाग द्वारा इस वर्ष उपनल कर्मियों का मानदेय 20 प्रतिशत बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। आगे से हर वर्ष जुलाई माह में इनके कुल वेतन में 10 फीसद की बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुमोदन के बाद अब विभाग इसका आदेश जारी करने की तैयारी कर रहा है।
प्रदेश में इस समय उपनल के जरिये 20 हजार से अधिक संविदा पर कार्यरत कर्मी विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उपनल में संविदा कर्मियों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इनमें अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और उच्च कुशल श्रेणी शामिल हैं। इन्हें श्रेणी के हिसाब से ही मानदेय दिया जाता है। बीते वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री ने पीआरडी और उपनल कर्मियों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के क्रम में पीआरडी कार्मिकों का मानदेय तो बढ़ गया लेकिन उपनल कर्मियों के मानदेय पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया जा सका था। अब मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुमोदन के बाद मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अभी तक उपनल कर्मियों को जो मानदेय दिया जाता है, उसके अनुसार अकुशल कर्मी का मूल मानदेय प्रतिमाह 6960 रुपये, अर्द्धकुशल का 8008 रुपये, कुशल का 8892 रुपये और उच्च कुशल का मासिक मानदेय 9892 रुपये है। मूल मानदेय के अलावा उन्हें ग्रेच्युटी व अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं।
शासन ने इनके मूल मानदेय को हर वर्ष 10 प्रतिशत बढ़ाने पर सहमति जताई है। मुख्यमंत्री द्वारा गत वर्ष की गई घोषणा के कारण गत वर्ष और इस वर्ष का मानदेय जोड़ते हुए 20 फीसद की सीधे बढ़ोतरी की जा रही है। माना जा रहा है कि अब इनके मानदेय में 1500 रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकेगी।