देहरादून। संवाददाता। 12 ज़िलों में हुई पंचायत चुनाव में भले ही ज़िला पंचायत सदस्य निर्दलीय ज़्यादा जीते हों लेकिन ज़िला पंचायत अध्यक्ष बनाने के गणित में तो बीजेपी और कांग्रेस ही जुटे हैं। बीजेपी अब तक 9 ज़िलों में ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार घोषित कर चुकी है लेकिन पर कांग्रेस ने अब तक एक भी ज़िले में उम्मीदवार फाइनल नहीं किया है. अब यही सवाल बड़ा होता जा रहा है कि उम्मीदवार फाइनल करने में कांग्रेस की देरी के पीछे आखिर वजह क्या है और क्यों कांग्रेस अपने पत्ते नहीं खोल रही।
बीजेपी के 9 प्रत्याशी घोषित
बीजेपी चुनावी तैयारियों की तरह ही उम्मीदवारों की घोषणा में भी आगे है। पार्टी अभी तक चंपावत, पिथौरागढ़, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, नैनीताल और ऊधम सिंह नगर में पार्टी ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं और बागेश्वर, चमोली और अल्मोड़ा की घोषणा अभी बाकी है।
इस मामले में पिछड़ी कांग्रेस अब बुधवार को उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करने जा रही है। कांग्रेस का टारगेट फिलहाल वह ज़िले हैं जहां कांग्रेस समर्थित ज़िला पंचायत सदस्य ज्यादा जीतकर आए हैं या फिर ऐसे निर्दलीय जीते हैं जिनका कहीं न कहीं कांग्रेस से संबंध रहा है।
चार ज़िलों की बैठक
बुधवार को देहरादून के प्रदेश कार्यालय में 4 ज़िलों की बैठक होगी, ये हैं- पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी। बैठक में सभी ज़िलों के ज़िलाध्यक्ष समेत विधायक प्रत्याशी और बड़े कांग्रेस नेता शामिल होंगे। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में ज़िला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवारों के नाम फाइनल होने की उम्मीद है।
अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भी ज़िला मुख्यालयों में बैठक होगी और स्थानीय नेता ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार का नाम तय करेंगे जिस पर आखिरी मुहर प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह लगाएंगे।