देहरादून। सरकारी रोजगार का इंतजार कर रहे बेरोजगार युवाओं के लिए खुशखबरी। कोरोना संकटकाल में ऊर्जा पहला महकमा बन गया है, जिसने भर्तियों का रास्ता खोला है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर ऊर्जा के तीनों निगमों में 764 पदों पर भर्ती को मंजूरी दी गई है।
ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बताया कि ऊर्जा के तीनों निगमों में कुल रिक्त 2090 पदों में से 764 पदों पर भर्ती को वित्त ने भी सहमति दी है। जलविद्युत निगम में 549 में से 174 पद, पारेषण निगम में 154 में से 77 पद और ऊर्जा निगम में 1387 पदों में से 513 पदों को सीधी भर्ती से भरने का निर्णय सरकार ने लिया है। इस संबंध में तीनों निगमों के प्रबंध निदेशकों को भर्ती की कार्यवाही के लिए आदेश दिए गए हैं।
जलविद्युत निगम में टीजी-एक (विद्युत) के 52, टीजी-एक (यांत्रिक) के 39, प्रबंधक (पर्यावरण) के एक, सहायक अभियंता (विद्युत व यांत्रिक) के 10, सहायक अभियंता (जानपद) के 10, पुनस्र्थापना व पुनर्वास अधिकारी के एक, जियोलॉजिस्ट के एक, अवर अभियंता (विद्युत व यांत्रिक) के 25, अवर अभियंता (जानपद) के 25, कार्यालय सहायक-तृतीय के 10, पिटकुल में सहायक लेखाधिकारी के दो, कार्मिक अधिकारी, सहायक विधि अधिकारी के एक-एक, अवर अभियंता (जानपद) (प्रशिक्षु) के पांच, सहायक लेखाकार के दो, कार्यालय सहायक-तृतीय के 10, कार्यालय सहायक-तृतीय (लेखा) के चार, अवर अभियंता (विद्युत एवं यांत्रिक) (ट्रेनिंग) के 50, आशुलिपिक ग्रेड-तीन के दो, और ऊर्जा निगम में कंपनी सचिव के एक, अवर अभियंता (विद्युत एवं यांत्रिक) के 100, अवर अभियंता (सिविल) के दो, सहायक लेखाकार के पांच, कार्यालय सहायक-क तृतीय डाटा इंट्री ऑपरेटर के 100, मानचित्र-प्रारूपकार के पांच, टीटी-दो (विद्युत) के 300 पदों पर भर्ती होगी।