देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस का तीन दिवसीय विचार मंथन शिविर मंगलवार को तीर्थनगरी ऋषिकेश में शुरू होगा। 3 से 5 अगस्त तक स्थानीय होटल में आयोजित शिविर में प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता जुटेंगे।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने बताया कि शिविर के आयोजन के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण की अध्यक्षता में स्वागत समिति का गठन किया गया है। समिति में प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, राजपाल खरोला, जयेंद्र रमोला, केएस राणा, दीप शर्मा, मधु सेमवाल, बरफ सिंह पोखरियार, नंद किशोर जाटव आदि को सदस्य मनोनीत किया गया है।
शिविर में मैनिफेस्टो के लिए सुझाव, प्रस्तावित मुद्दे, अभियान, प्रस्तावित यात्राएं और सभाएं, चुनाव के दौरान बरते जाने वाले जरूरी एहतियात, चुनाव की तैयारी के लिए व्यक्तिगत कार्ययोजना पर विस्तृत से चर्चा की जाएगी।
इसी दौरान सभी कमेटियों के सदस्य अपने प्रस्ताव कोर कमेटी के समक्ष लिखित या मौखिक रूप से प्रस्तुत करेंगे। विचार मंथन शिविर का उद्देश्य विधानसभा चुनाव 2022 की भावी रणनीति व चुनाव प्रबंधन को लेकर किया जा रहा है।
योगनगरी में कांग्रेस के दिग्गज खोजेंगे जीत की राह
योगनगरी ऋषिकेश में कांग्रेस के दिग्गज विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत का रोड मैप तैयार करेंगे। कांग्रेस के विचार मंथन शिविर में पार्टी के घोषणापत्र, जनता से जुड़े अहम मुद्दे, नाकामियों पर भाजपा सरकार को घेरने, जनसंपर्क अभियान और चुनावी प्रचार जैसे विषयों पर मंथन होगा।
कांग्रेस विचार मंथन शिविर के साथ राज्य में चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है। नेतृत्व परिवर्तन, आरटीपीसीआर जांच घोटाले और कोविड की अधूरी तैयारियों को लेकर कांग्रेस पहले ही सत्तारूढ़ दल भाजपा को घेरने का पूरा प्रयास कर रही है।
ये कांग्रेस को भी पता है कि केवल सरकार की नाकामियों को चुनावी मुद्दा नहीं बनाया जा सकता है। इसलिए विचार मंथन शिविर में पार्टी के घोषणापत्र तैयार करने के लिए विभिन्न इकाइयों और कमेटियों के पदाधिकारियों से मिलने वाले सुझावों को तवज्जो दिया जाएगा।
आम जनता की नब्ज टोहने के लिए बूथ स्तर पर जनसंपर्क अभियान और नुक्कड़ बैठकों का रोस्टर तैयार करने को लेकर भी चर्चा होगी। वहीं चुनाव प्रचार की पूरी रणनीति भी शिविर में तय होगी। सबसे अहम शिविर में कांग्रेस की विभिन्न इकाइयों के पदाधिकारियों को कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का गुर बताए जाएंगे।